मप्रः मुख्यमंत्री शिवराज ने सलकनपुर में किया भव्य देवीलोक का शिलान्यास

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31HNAT31 मप्रः मुख्यमंत्री शिवराज ने सलकनपुर में किया भव्य देवीलोक का शिलान्यास

कहा-विकास कार्यों के साथ धर्म-संस्कृति को बढ़ावा देना सरकार का उत्तरदायित्व

-महाकाल लोक की तर्ज पर 211 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा देवीलोक

– मुख्यमंत्री ने गाँव-गाँव से आईं शिलाओं का किया पूजन, साधु-संत-महंत बने साक्षी

भोपाल, 31 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सीहोर जिले के प्रसिद्ध देवी धाम सलकनपुर में 211 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले विजयासन माता के भव्य देवीलोक का शिला-पूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के साथ जन-जन को जोड़ने वाली धर्म और संस्कृति को बढ़ावा देना भी सरकार का उत्तरदायित्व है। सलकनपुर में देशभर के मठ, मंदिर, शक्तिपीठ, अखाड़ों के साधु, संत, महंत और पुजारियों की उपस्थिति में भव्य देवीलोक निर्माण के भूमि-पूजन में लगभग एक लाख श्रद्धालु साक्षी बने।

मुख्यमंत्री चौहान ने इस अवसर पर कहा कि यह माता का आशीर्वाद ही है कि बहन-बेटियों को गलत नजर से देखने और उनके साथ गलत करने वालों को सरकार ने फाँसी देने का कानून बनाया है। मुख्यमंत्री ने देश के सभी शक्तिपीठ से आए जल और पवित्र मिट्टी का भी शिलाओं के साथ पूजन किया। यह सभी सामग्री देवीलोक के निर्माण में लगाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बहनों के सम्मान और छोटी-छोटी जरूरतों के लिए मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना बनाई। उन्होंने नारियों के सम्मान को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि नारी सशक्तिकरण और सम्मान के लिए लाडली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्या विवाह सहित अनेक योजनाएँ संचालित की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिर परिसर में 166 करोड़ की लागत से मंदिर संरचना के साथ 64 योगिनी, नवदुर्गा के नौ स्वरूप की प्रतिकृति के साथ ही देवी महात्म, दुर्गा सप्तशती और विभिन्न शक्तिपीठ की आकृतियाँ निर्माण और श्लोक उकेरे जाएंगे। उन्होंने बताया कि मंदिर के नीचे श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिये 45 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किये जायेंगे। सांसद विदिशा रमाकांत भार्गव ने भी संबोधित किया।

इसके पहले मुख्यमंत्री ने सलकनपुर में देवीलोक प्रदर्शनी और निर्माणाधीन महादेवी लोक के मॉडल का अवलोकन किया। उन्होंने मंच स्थल पर बनाई गई माता विजयासन मंदिर की प्रतिकृति के दर्शन किए। इस दौरान गाजे-बाजे के साथ निकाली गई माता की रथयात्रा में भी मुख्यमंत्री शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सुसज्जित वाहन में सवार होकर लगभग एक लाख श्रद्धालुओं का स्वागत किया और कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप देने के लिए उनका आभार माना।

महोत्सव में हरियाणा से आए मशहूर भजन गायक कन्हैया मित्तल के भजनों ने समां बांधा। साथ ही ढोल, नगाड़े, ताशे, झांझ और डमरू आदि के प्रदर्शन ने चार चांद लगाए। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, कृषि मंत्री कमल पटेल सहित विधायक, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह, पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।