पाकिस्तानी अखबारों सेः एससीओ में शिरकत के लिए बिलावल का भारत दौरा सुर्खियों में छाया

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06HINT5 पाकिस्तानी अखबारों सेः एससीओ में शिरकत के लिए बिलावल का भारत दौरा सुर्खियों में छाया

– एस जयशंकर से मुलाकात न होने पर विदेश मंत्रालय की सफाई, विपक्ष ने साधा निशाना

नई दिल्ली, 06 मई (हि.स.)। पड़ोसी देश पाकिस्तान से शनिवार को प्रकाशित अधिकतर समाचार पत्रों में विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के भारत दौरे से संबंधित खबरें छाई हैं। अखबारों ने इस मौके पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात नहीं होने पर विदेश मंत्रालय द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को भी जगह दी है। इसके साथ ही विपक्षी दलों के जरिए इस मामले को लेकर बिलावल पर निशाना साधने की भी खबरें है।

उधर के लगभग सभी अखबारों ने बिलावल भुट्टो की गोवा में प्रेस कान्फ्रेंस को तरजीह दी है। इसमें पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा है कि दोनों देशों में बातचीत के लिए भारत को अनुकूल माहौल बनाना चाहिए। दोनों देशों की जनता शांति चाहती है। कश्मीर पर भारत को 5 अगस्त, 2019 से पहले की पोजीशन में वापस आना होगा। राजनयिक प्वाइंट स्कोरिंग के लिए आतंकवाद को हथियार के तौर पर इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से बताया है कि बिलावल भुट्टो ने अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात की इच्छा नहीं व्यक्त की थी। अभी तक सब ठीक है। मेजबान भारत ने शिकायत का मौका नहीं दिया।

इसके साथ ही अखबारों ने बिलावल भुट्टो के स्पष्टीकरण को भी महत्व दिया है। उन्होंने साफ किया है कि एस जयशंकर ने नमस्ते किया और इसी अंदाज में उन्होंने जवाब दिया है। बिलावल भुट्टो ने भारतीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारत बताए कि कुलभूषण पाकिस्तान की जमीन पर क्या कर रहा था?

कुछ अखबारों ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के बाद एक बार फिर पाकिस्तान पर आतंकवादियों का सहयोगी होने का आरोप लगाए जाने को भी जगह दी है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को भारत का अटूट अंग करार दिया है और पाकिस्तान के साथ बातचीत की बहाली की संभावनाओं को भी रद्द कर दिया है।

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के उस बयान को भी अखबारों ने जगह दी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ रही हैं। प्रधानमंत्री ब्रिटेन में क्या कर रहे हैं? फैसले की घड़ी है, जनता को बाहर निकलना पड़ेगा अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ेगा।

अखबारों ने चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान अता बिंदयाल का रिमार्क छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि संज्ञान लेना छोड़ दिया है। कुर्बानियां देने के लिए तैयार हैं। हमारे साथ जो होगा देखा जाएगा, इम्तहान से निकल सकते हैं। फैसला गुस्से में नहीं करना चाहते। सरकार ने गंभीरता से केस चलाया ही नहीं, बातचीत नाकाम हुई तो 14 मई का फैसला लेकर बैठे नहीं रहेंगे।

अखबारों ने तोशाखाना केस में इमरान खान पर 10 मई को आरोप तय किए जाने की खबरें देते हुए बताया है कि उन्हें अदालत में पेश होने का नोटिस जारी किया गया है। अखबारों ने पाकिस्तान और चीन के जरिए चैलेंज से निपटने के लिए मिलकर काम करने पर राजी होने की खबरें भी दी हैं। चीनी विदेश मंत्री ने राष्ट्रपति आरिफ अलवी से मुलाकात की है।

आर्थिक मोर्चे की खबरों में अखबारों ने आईएमएफ का एक बयान छापा है, जिसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय फाइनेंसिंग का मामला तय हो जाने के बाद आगे बढ़ेंगे। अखबारों ने महंगाई की दर 48.35 प्रतिशत होने की खबर देते हुए बताया कि 30 वस्तुएं महंगी हुई हैं और 9 सस्ती हुई हैं।

अखबारों ने रोड टू मक्का प्रोजेक्ट पर पाकिस्तान और सऊदी अरब के जरिए आगे बढ़ने की खबरें देते हुए बताया है कि सऊदी अरब के उप विदेश मंत्री जल्द ही समझौते पर दस्तखत के लिए पाकिस्तान का दौरा करेंगे। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग और रोजनामा औसाफ आदि ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा नवाएवक्त ने जम्मू-कश्मीर में तलाशी अभियान के दौरान आतंकी हमला होने से पांच भारतीय जवान शहीद होने और एक के जख्मी की खबर छापी है। जिला राजौरी में हमलावरों ने बारूद के भंडार में धमाका कर दिया, जिसकी वजह से यह घटना घटी है। जिला इस्लामाबाद में भी एक अज्ञात व्यक्ति के हमले में एक भारतीय सैनिक के जख्मी होने की भी खबर है।