03HREG412 योगी सरकार में बदली कम्पोजिट स्कूल सीपीआई की तस्वीर
प्रयागराज, 03 मार्च (हि.स.)। प्रदेश की योगी सरकार और बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद की कोशिशों से अब प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों की तस्वीरें तेजी से बदल रही है। चार साल पहले शुरु किए गए इंग्लिश मीडियम के परिषदीय स्कूलों के बच्चे भी अंग्रेजी में न केवल शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, बल्कि फर्राटेदार इंग्लिश बोलते हुए कान्वेंट स्कूलों के बच्चों को भी मात दे रहे हैं। यह विद्यालय है कम्पोजिट आदर्श सीपीआई नगर क्षेत्र का।
यहां के बच्चे न केवल इंग्लिश बोल रहे हैं बल्कि प्रार्थना के दौरान इंग्लिश में शपथ भी लेते हैं। आम तौर पर प्राइवेट कान्वेंट स्कूलों की तुलना में परिषदीय विद्यालयों को काफी पिछड़ा हुआ माना जाता है। लेकिन योगी सरकार ने परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर बदलने की ठानी है। इसके लिए 2018-19 में प्रदेश में इंग्लिश मीडियम के परिषदीय विद्यालयों की शुरुआत हुई। इसमें परिषदीय विद्यालयों के ही योग्य शिक्षकों का चयन किया गया है।
प्रयागराज जिले में जहां कुल 2853 परिषदीय विद्यालयों में पांच लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। वहीं प्रयागराज के 20 विकास खंडों में से हर विकास खंड में 10-10 इंग्लिश मीडियम परिषदीय विद्यालय खोले गए हैं। इसके साथ ही नगर क्षेत्र के विद्यालयों को मिलाकर जिले के 210 इंग्लिश मीडियम परिषदीय विद्यालयों में करीब 21 हजार बच्चे इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई कर रहे हैं। 87 परिषदीय विद्यालय में से 10 विद्यालय इंग्लिश मीडियम के हैं।
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इंग्लिश मीडियम के बच्चों के लिए अंग्रेजी में पाठ्य पुस्तकें भी तैयार कराई है। जिससे बच्चों में काफी बदलाव आ रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी नगर प्रज्ञा सिंह का कहना है कि नगर क्षेत्र में कुल 87 परिषदीय विद्यालय हैं। जिनमें से 10 विद्यालय इंग्लिश मीडियम के भी हैं। इंग्लिश मीडियम के परिषदीय विद्यालयों में अगर आपको बदलाव देखना हो तो आदर्श विद्यालय सीपीआई क्षेत्र है। यहां बच्चे पढ़ाई करके बोर न हों इसके लिए बच्चों को व्यायाम कराया जाता है। इसके अलावा म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के माध्यम से भी बच्चों की प्रतिभा को नया आयाम मिल रहा है। प्रज्ञा सिंह ने बताया कि निपुण स्कीम आने के बाद बच्चों में सीखने की ललक बढ़ी है और पढ़ाई का तरीका भी बदला है। उन्होंने बताया कि अब प्राइमरी और अपर प्राइमरी में पढ़ने वाले बच्चे इंग्लिश बोलते हैं जिसे देखर अच्छा लगता है।