उप्र : शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस को कानपुर तक बढ़ाये जाने की मांग

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लखनऊ, 12 मार्च (हि.स.)। वाराणसी जंक्शन से लखनऊ जंक्शन तक संचालित शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस को कानपुर तक बढ़ाये जाने की मांग की जा रही हैं। कुछ दो वर्ष पहले शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस का कानपुर तक चलाया जाता था, तभी इस एक्सप्रेस ट्रेन का नाम वरुणा एक्सप्रेस था। कोविड की पहली लहर के साथ बंद हुई ट्रेनों से वरुणा एक्सप्रेस शामिल थी।

वाराणसी जंक्शन से सुबह सवेरे 5 बजकर 25 मिनट पर प्लेेटफार्म पर यात्रियों के इंतजार के लिए शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस आ कर खड़ी हो जाती है। कुछ 25 मिनटों के बाद 5 बजकर 50 मिनट पर यह सुपरफास्ट ट्रेन वाराणसी के प्लेटफार्म को छोड़कर आगे बढ़ जाती है। इस ट्रेन का बेहद इस्तेमाल लखनऊ आने के लिए किया जाता है। वाराणसी के अलावा जौनपुर, लवकुशनगर अर्थात सुलतानपुर से बड़ी संख्या में यात्री शटल एक्सप्रेस से यात्रा करते मिलते हैं।

वाराणसी जंक्शन से विभिन्न स्टेशनों से गुजरते हुए 10 बजकर 30 मिनट पर शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन लखनऊ पहुंच जाती है। इस ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों को यही ट्रेन सायंकाल 5 बजकर 30 मिनट पर पुन: लखनऊ के प्लेटफार्म पर मिल जाती हैं और जो छह बजे वाराणसी के लिए खुल जाती है। वाराणसी के लिए यह ट्रेन निहालगढ़, लवकुशनगर, जौनपुर जैसे आठ स्टेशनों पर रुकते हुए रात्रि 10 बजकर 30 मिनट पर अपने गंतव्य तक पहुंच जाती है।

शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का समय वहीं है, जो पहले वरुणा एक्सप्रेस का हुआ करता था। वरुणा एक्सप्रेस सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर लखनऊ आने के बाद उन्नाव होते हुए कानपुर सेन्ट्रल के आगे बढ़ जाती थी। इस ट्रेन से कानपुर जाने वालों की संख्या हजारों में हुआ करती थी। ऐसे में लखनऊ से कानपुर को जाने वाले यात्रियों व व्यापारियों की ओर से शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस को कानपुर तक चलाने की मांग जा रही है।

लखनऊ के अमीनाबाद व्यापार मंडल के सदस्य सुरेश छबलानी, कानपुर निवासी प्राइवेट कम्पनी में एचआर मैनेजर सोमेश, कानपुर निवासी शिक्षक नेता अरुणेश अवस्थी, पूर्व अध्यापक सीताराम पाठक ने एक सुर में कहा कि कानपुर से सायंकाल पांच बजे के करीब खुलकर रात्रि पहर वाराणसी पहुंचने वाली वरुणा एक्सप्रेस बहुत ही अच्छी ट्रेन हुआ करती थी। इसी का नाम बदल कर शटल एक्सप्रेस हो गया है। किन्तु इसके स्टेशनों की संख्या घटा दी गयी और अब यह ट्रेन कानपुर तक नहीं आती है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान व्यवस्था में कोविड का असर बेहद कम हो चुका है। और सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन भी शुरु हो चुका है और ऐसे में शटल सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी चल रही है। फिर इसे दो स्टेशनों को बढ़ाकर कानपुर तक लाने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। उनकी मांग है कि कानपुर के लोगों की नागरिकी सुविधाओं को देखते हुए कानपुर तक शटल एक्सप्रेस चलायी जाये।