होली हमारी गौरवशाली संस्कृति का प्रतीक : जयवीर सिंह

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03HREG433 होली हमारी गौरवशाली संस्कृति का प्रतीक : जयवीर सिंह

-संस्कृति मंत्री लोक कलाओं में होली के रंग कार्यक्रम में हुए शामिल

लखनऊ, 03 मार्च (हि.स.)। गोमतीनगर लखनऊ के 1090 चौराहे पर संत कबीर अकादमी के सौजन्य से लोक कलाओं में होली के रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस रंगारंग कार्यक्रम में लोक कलाकारों द्वारा फाग गायन, अवधी लोक नृत्य, अवधी होली, लट्ठमार एवं फूलों की होली, मयूर नृत्य, बमरसिया, सूफी गायन तथा कबीरी गायन का प्रस्तुतीकरण लोक कलाकारों द्वारा किया गया।

इस अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि संत कबीर अकादमी का लोक कलाओं में होली के रंग का आयोजन संत कबीर को समर्पित है। उन्होंने कहा कि होली के रंग हमारी समृद्ध विरासत में बहुत गहराई तक समाया हुआ है।

जयवीर सिंह ने कहा कि सभी पर्व हमारी गौरवशाली संस्कृति के प्रतीक हैं। होली एक विशेष त्योहार है जिसमें सभी लोग मिलजुल कर खुशियों का इजहार करते हैं। विविध रंगों से सजी भारतीय संस्कृति में होली के अवसर पर पारम्परिक गायन किया जाता है। उसे हमारी होली की विरासत के कई रंग जनमानस में उभर जाते हैं। प्रदेश के विभिन्न अंचलों के गायन में होली की ठिठोली एवं हंसी-मजाक शामिल रहता है।

मंत्री ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में संस्कृति विभाग प्रदेश की गौरवशाली संस्कृति एवं परम्परा को संरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। संस्कृति विभाग संतो, महात्माओं, महापुरूषों एवं राष्ट्र नायकों के नाम पर स्मारकों एवं संग्रहालयों का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले ज्ञात व अज्ञात कलाकारों को भी जोड़ा जा रहा है। साथ ही लोक कलाओं को संरक्षित करने के लिए कलाकारों को मंच प्रदान किया जा रहा है।

श्री जयवीर सिंह ने लोक कलाओं में होली के रंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों को बधाई एवं होली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर संत कबीर अकादमी के पदाधिकारी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।