02HREG180 खेलों के बिना जीवन अधूरा : भट्ट
-गुरुकुल विवि में बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन
हरिद्वार, 02 मार्च (हि.स.)। जीवन में खिलना तथा मिलना खेल के माध्यम से बेहतर सीखा जाता है। टीम के साथियों और विरोधियों के प्रति शिष्टाचार बरतने, नैतिक व्यवहार और सत्यनिष्ठा दिखाने और जीत या हार में बडप्पन के प्रदर्शन तथा मिलने की प्रेरणा केवल खेल के द्वारा सीखी जा सकती है।
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय का स्थापना दिवस शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की बैडमिंटन प्रतियोगिता के साथ प्रारम्भ हो गया। बैडमिंटन प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर कुलपति प्रो. सोमदेव शतांशु ने सभी को अपने जीवन में अभिरुचि को सदैव जीवित रखने का प्रयास करना चाहिए, यह अभिरुचि व्यक्ति को कुशल बने रहने की प्रेरणा देती है।
कुलपति प्रो. शतांशु ने कहा कि नयापन लाने का जोश पैदा करती है। खेल व्यक्ति को युवा बनाये रखने की संजीवनी है। 4 मार्च को गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय का 121 वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसके उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला का आगाज शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की बैडमिंटन प्रतियोगिता के माध्यम से कुलपति ने शटल हीट करके आरम्भ किया।
विशिष्ट अतिथि एवं श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. खेमराज भट्ट ने कहाकि खेलों के बिना जीवन अधूरा तथा नीरस है। जीवन में उत्साह बनाये रखने के लिए खेलना जरूरी है।
कार्यक्रम में योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के डीन प्रो. सुरेन्द्र कुमार त्यागी ने कहा कि योग जहां मन-मस्तिष्क को एकाग्रता प्रदान करता है वही खेल शारीरिक कुशलता का विकास करता है। डीन, विज्ञान संकाय प्रो. एलपी पुरोहित ने कहा कि खेल एक बेहतरीन तथा बेजोड़ औषधी है। जिसके प्रयोग से बीमारियों पर होने वाले खर्च को कम तथा कार्य-कुशलता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शिवकुमार चौहान ने स्थापना दिवस पर शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए खेल प्रतियोगिता का आयोजन को विश्वविद्यालय प्रशासन का सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि किसी संस्थान की बुनियाद शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के बल पर बुलंद रहती है। इसलिए प्रतिवर्ष इस प्रकार के आयोजनों को स्थापना दिवस का हिस्सा बनाये जाने का आग्रह किया। प्रभारी, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग डॉ0 अजय मलिक ने बताया कि 45 से कम तथा 45 से अधिक आयु वर्ग में यह बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन नॉक- आउट आधार पर किया जा रहा है।
कार्यक्रम का पहला व्यक्तिगत मुकाबला शिक्षक वर्ग (45 वर्ष से कम आयु वर्ग में) डॉ. दीपक और डॉ. अजेन्द्र कुमार के मध्य खेला गया। इसमें डॉ. अजेन्द्र कुमार 21-15 से विजयी रहा। डॉ. प्रवीन पाण्डेय ने डॉ. नितिन काम्बोज को 21-19 से परास्त किया। शिक्षक वर्ग (45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग मे) डॉ. अरण कुमार को डॉ. महेन्द्र सिंह असवाल ने 21-18 से परास्त किया। शिक्षकेत्तर कर्मचारी वर्ग (45 वर्ष से कम आयु वर्ग में) चन्दर तथा गौरव भिंडर के बीच खेला गया, जिसमें गौरव भिंडर 21-15 से विजयी रहा।
मैचों का संचालन डॉ. कपिल मिश्रा ने किया। इस अवसर पर प्रो. प्रभात कुमार, प्रो. विनय कुमार डीन, छात्र कल्याण डॉ. अरुण कुमार, डॉ. नितिन काम्बोज, उपकुलसचिव डॉ. अजेन्द्र कुमार, डॉ. बबीता शर्मा, डॉ. मीरा त्यागी, डॉ. अनुज कुमार, डॉ. बिन्दु मलिक, राजीव गुप्ता, डॉ. धर्मेन्द्र बालियान, गौरवदीप भिंडर, दुष्यंत सिंह राणा आदि उपस्थित रहे।