मुख्तार के करीबियों को पुलिस की अवैध निरूद्धि से मुक्त कराने को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल

Share

02HLEG20 मुख्तार के करीबियों को पुलिस की अवैध निरूद्धि से मुक्त कराने को बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल

प्रयागराज, 02 मार्च (हि.स.)। पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के दो करीबियों को कोर्ट में पेश करने की मांग में इलाहाबाद हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की गई है।

याचिका में कहा गया है कि मुख्तार के करीबी जुनैद और मतीन को पुलिस 26 फरवरी को पकड़कर ले गई है और अवैध रूप से अभिरक्षा में कैद कर रखा है। अब तक उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया गया और उनकी गिरफ्तारी भी नहीं दिखाई गई है। उनके परिजनों को यह भी नहीं बताया गया है कि किस मामले में उन्हें हिरासत में लिया गया है। यह डीके वसु केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का खुला उल्लंघन है। याचिका में दोनों को पुलिस की अवैध हिरासत से रिहा करने की मांग की गई है।

कहा गया है कि बांदा पुलिस ने 26 फरवरी की रात आठ बजे दोनों को पकड़ कर ले गई और अवैध रूप से हिरासत में रखा है। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में सचिव गृह, डीजी एसटीएफ, एसपी चित्रकूट, एसपी बांदा और एसएचओ कोतवाली बांदा को पक्षकार बनाया गया है।