02HREG275 कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी विधानसभा के बजट सत्र से निलंबित, कमलनाथ ने किया विरोध
भोपाल, 2 मार्च (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा में चर्चा के दौरान विवादित टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया है। उनके निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रखा था। विधायक के निलंबन के बाद कांग्रेस के लगातार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित करने की कार्यवाही का विरोध किया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को सदन में विपक्ष ने खूब हंगामा किया। राज्यपाल के अभिभाषण पर कृतज्ञता प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सदन में कहा कि गुजरात के जू में मप्र से बाघ, घडियाल आदि भेजने और बदले में चिड़िया, छिपकली व बंदर लेने की बात कही। इस पर भाजपा ने जबरदस्त हंगामा किया। तीन बार सदन को स्थगित करना पड़ा। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री डा.नरोेत्तम मिश्रा ने कहा कि पटवारी ने सदन के अंदर गलत जानकारी देकर गुमराह किया है।
उन्होंने पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। मंत्री मिश्रा ने अपने प्रस्ताव में कहा कि सदन को मंदिर माना जाता है लेकिन कुछ लोग यहां की गरिमा के विपरित आचरण करते है। इसके बाद उन्होंने पटवारी का नाम लेते हुए कहा कि उनके खिलाफ पहले से भी प्रकरण विशेषाधिकार समिति के समक्ष विचाराधीन है।
विधानसभा अध्यक्ष ने पटवारी को उनके कथन पर खेद प्रकट कर माफी मांगने को कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने उन्हें बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया।
कांग्रेस विधायक दल नेे इस कार्यवाही का विरोध किया। इस पर जब पटवारी अपना पक्ष रखने लगे तो डा.मिश्रा ने यह कहकर उन्हें रोक दिया कि निलंबित सदस्य को इसका अधिकार नहीं होता है। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबित करने की कार्यवाही का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह अलोकतांत्रिक कदम है। विधानसभा अध्यक्ष को निलंबन पर पुनर्विचार करना चाहिए। एकतरफा निलंबन की कार्यवाही विधानसभा की उच्च परंपराओं के अनुकूल नहीं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने कहा कि हम सब मिलकर इस मुद्दे पर विचार करेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे।