19HREG284 रतलाम: रोड बनने से बल्लीखेड़ा के आदिवासियों का जीवन हुआ आसान
रतलाम, 19 फ़रवरी (हि.स.)। किसी भी गांव या शहर की मूलभूत आवश्यकताओं में सडक़ का महत्वपूर्ण स्थान है। सडक़ नहीं होने पर चलना दूभर होता है, वही जीवन भी कठिन होता है। सैलाना विकासखंड के ग्राम बल्लीखेड़ा में बनाई गई सीमेंट कांक्रीट रोड में आदिवासी बाशिंदों का जीवन आसान किया है, अब वे फर्राटे से अपनी बेलगाड़ी, मोटर साइकिल, साइकिल दौडाते हैं।
बल्लीखेड़ा लगभग 500 की आबादी का छोटा सा गांव है। इस आदिवासी बाहुल्य गांव में अधिकांश घर एक लाइन में ही बने हुए हैं। स्थानीय बालू चरपोटा का कहना था कि हमारे गांव में हमारे घर सीधी एक लाइन में है जहां से आजू-बाजू के गांव में जाने की कच्ची सडक़ बनी हुई थी जिस पर वाहन चलाना बहुत मुश्किल काम था। अक्सर वाहन पंचर हो जाया करते थे, समय तो लगता ही था परेशानियां अलग थी परंतु अब सीसी रोड के बन जाने से हमारे लिए जीवन आसान हुआ है।
बल्लीखेड़ा में ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए सीमेंट कांक्रीट रोड स्वीकृत किया गया। वित्त आयोग की राशि से निर्मित इस रोड निर्माण को मनरेगा से कन्वर्जेंस किया गया। पिछले जनवरी माह में सडक़ बनकर तैयार हो गई। निर्माण एजेंसी स्थानीय ग्राम पंचायत थी। अब सडक़ बन जाने से जहां ग्रामीणों के घरों के आगे से गंदगी भी दूर हो गई है, आवागमन आसान हो गया है। वहीं सडक़ निर्माण से स्थानीय ग्रामीणों को मजदूरी भी मिली है। विकास के लिए आदिवासी ग्रामीण मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान को धन्यवाद देते हैं।