19HREG388 मंदसौर: पशुपतिनाथ कॉरिडोर का होगा निर्माण, राज्य शासन को भेजी योजना
मंदसौर, 19 फरवरी (हि.स.)। पशुपतिनाथ मंदिर को उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर बनाने के लिए कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद इसकी घोषणा कुछ दिनों मंच से कर चुके हैंं। इसके बाद जिला प्रशासन इसको लेकर प्रस्ताव भी शासन को भेज चुका है। अब ईओआई शासन जारी करेगा।
देशभर के डिजाइनर अपना प्लान मंदिर समिति के सामने रखेंगे। इसके बाद मंदिर समिति को जिसका प्लान सबसे अच्छा लगेगा। उसे पशुपतिनाथ लोक बनाने के लिए डीपीआर बनाने का काम दिया जाएगा। फिर कंपनी डीपीआर बनाकर मंदिर समिति को देगी। इस तरह पशुपतिनाथ लोक बनाने की रुपरेखा तय होगी। इसके बाद डीपीआर शासन को भेजी जाएगी।
दरअसल, गत 8 दिसंबर को मंदसौर के गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पशुपतिनाथ लोक बनाने की घोषणा के बाद जिला प्रशासन ने इस पर काम की शुरुआत की है। कलेक्टर गौतमसिंह ने रविवार को बताया कि भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर पर पशुपतिनाथ लोक बनाने के लिए ईओआई जारी करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। वहां से ईओआई जारी होगी। इसके बाद देशभर से यहां डिजाईनर आ सकेंगे। इसके बाद जिसका प्रस्ताव अच्छा होगा उससे डीपीआर बनवाई जाएगी।
पहले मंदिर समिति को करना थी ईओआई जारी
जनवरी माह में पशुपतिनाथ मंदिर समिति की हुई बैठक में ईओआई जारी करने का निर्णय लिया। ईओआई पहले मंदिर समिति को जारी करना थी लेकिन जिला प्रशासन ने ईओआई के माध्यम से चुनिंदा नहीं बल्कि देशभर के बड़े मंदिरों व बड़े धार्मिक स्थलों पर काम करने वाले डिजाईनरों को यहां बुलाने की बात हुई तो फिर मुख्यमंत्री की घोषणा का हवाला देते हुए जिला प्रशासन ने ईओआई जारी करने के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा और जिला प्रशासन ने अब तक इस मामले में लगातार फॉलोअप करते हुए इस पर काम भी किया है। ऐसे में जब शासन इसकी ईओआई जारी करेगा तो डीपीआर बनकर जब शासन के पास जाएगी तो इसकी मंजूरी में भी अधिक समय नहीं लगेगा और बड़े बजट वाले इस प्रोजेक्ट में राशि भी शासन से मंजूरी हो सकेगी।
तीन सौ करोड़ का प्राजेक्ट
वर्तमान में भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर पशुपतिनाथ से लेकर सहस्त्र शिवलिंग की प्राचीन मूर्ति है। शिवना तट पर मंदिर परिसर से लेकर समीप में बनी धर्मशाला को अधिग्रहित करने का प्रस्ताव भी इस प्रोजेक्ट को देखते हुए पास हो चुका है। माना जा रहा है कि 200 से 300 करोड़ रुपए तक का पशुपतिनाथ लोक के प्रोजेक्ट होने की संभावना है। इसी के चलते इस दिशा में काम चल रहा है। इसमें आसपास क्षेत्र के मंदिरों से लेकर शिवना नदी के तटों के साथ अन्य को शामिल किया जाएगा।