05HREG310 उत्तराखंड: जोशीमठ में भूधसाव के विरोध में चल रहा धरना चमोली प्रशासन के लिखित आश्वासन पर समाप्त
– कमिश्नर और आपदा प्रबंधन सचिव ने की बैठक, आपदा टीम भी पहुंची जोशीमठ
गोपेश्वर, 05 जनवरी (हि.स.)। उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ नगर को भूधसाव की जद से बचाने के लिए चल रहा धरना गुरुवार को सायं समाप्त हो गया। इसके बाद गढ़वाल कमिश्नर और आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की। विशेषज्ञों की टीम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जा रहा है।
इससे पहले जोशीमठ नगर क्षेत्र की जनता सुबह से ही जोशीमठ के प्रवेश द्वार पर अलाव जलाकर धरनारत थी और चक्का जाम भी किया था। प्रशासन की टीम के मौके पर पहुंचने और नगर क्षेत्र की जनता की मांगों पर लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त करवाया। नगरवासियों के समर्थन में दुकानदारों ने बाजार भी बंद रखा था।
जोशीमठ नगर में एक लंबे समय से हो रहे भूधसाव के कारण जोशीमठ के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। दिन प्रतिदिन स्थिति भयावह होती जा रही है। कई भवनों पर दरारें पड़ने के कारण लोग इन सर्द रातों में घर के बाहर ही रात गुजारने को मजबूर हैं। शासन-प्रशासन और सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल न होने पर गुरुवार को यहां के निवासियों ने धरना देते हुए चक्का जाम किया था। इस जाम में पर्यटक और अन्य आने जाने वाले लोग भी फंस गए थे। देर सायं को प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया है।
अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और उन्होंने तत्काल आंदोलनकारियों की मांग को लेकर उन्हें लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद जाम को खोला गया। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक अतुल सती और प्रवक्ता कमल रतूड़ी ने कहा कि अभी आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है। शुक्रवार से तहसील परिसर में आंदोलन जारी रहेगा। यदि आवश्यकता पड़ी तो फिर से चक्का जाम किया जाएगा।
प्रशासन ने लगायी निर्माण कार्यों पर रोक-
जोशीमठ में भू धसाव की समस्या के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग-मारवाड़ी बाइपास मोटर मार्ग निर्माण कार्य तथा एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्यों पर अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ ही प्रभावित परिवारों को शिफ्ट करने के लिए जिला प्रशासन ने एनटीपीसी और एचसीसी कंपनियों को अग्रिम रूप से दो-दो हजार प्री-फेब्रिकेटेड भवन तैयार कराने के आदेश भी जारी किए हैं।
प्रशासन जुटा राहत कार्य में-
जोशीमठ में भू धसाव की समस्या को लेकर जिला प्रशासन की छह टीमें घर-घर जाकर सर्वे करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने में जुटी है। अभी तक 34 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। इसमें से 29 परिवारों को प्रशासन ने जबकि पांच परिवार अपने आप शिफ्ट हुए हैं। सर्वेक्षण कार्य जारी है। प्रभावित परिवारों के लिए जिला प्रशासन की ओर से राशन किट तैयार करायी गई है। राहत शिविरों में विद्युत, पेयजल, शौचालय की समुचित व्यवस्था की गई है। नगरपालिका, गुरुद्वारा, जीआईसी, आईटीआई तपोवन, प्राथमिक विद्यालय जोशीमठ आदि स्थानों पर प्रभावित परिवारों को रखा गया है।
गढ़वाल कमिश्नर और आपदा प्रबंधन सचिव पहुंचे जोशीमठ-
जोशीमठ भूधसाव को लेकर गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, आपदा प्रबंधन सचिव रन्जीत कुमार सिन्हा, आपदा प्रबंधन के अधिशासी अधिकारी पीयूष रौतेला, एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहितास मिश्रा, भूस्खलन न्यूनीकरण केन्द्र के वैज्ञानिक शांतनु सरकार, आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डा.बीके माहेश्वरी सहित तकनीकी विशेषज्ञों की पूरी टीम जोशीमठ पहुंच गई है। गढ़वाल कमिश्नर एवं आपदा प्रबंधन सचिव ने तहसील जोशीमठ में अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्थिति की समीक्षा की। विशेषज्ञों की टीम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जा रहा है।