06HREG23 श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को भरत मंदिर ट्रस्ट ने भेजा कानूनी नोटिस
-मंदिर समिति दानदाता के भूमिदान प्रयोजन एवं चारधाम यात्रियों की सेवा भावना के विपरीत कार्य को रोका जायेगा
ऋषिकेश,06 दिसम्बर (हि.स.)। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के गत दिनों चंद्रभागा ऋषिकेश स्थित प्रचार- जनसंपर्क कार्यालय को बंद किये जाने पर भूमि दानदाता भरत मंदिर ट्रस्ट ऋषिकेश ने मंदिर समिति को देहरादून से कानूनी नोटिस भेजा है। इससे मंदिर समिति में हड़कंप मच गया है।
भरत मंदिर ट्रस्ट के महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा ने बताया कि ट्रस्ट ने मंदिर समिति को प्रचार- जनसंपर्क कार्यालय के लिए भूमि दान दी हुई है। इस उद्देश्य स्पष्ट है कि चारधाम यात्रा मुख्य शुरुआती स्थल तीर्थनगरी ऋषिकेश में तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्गदर्शन और चारधाम का प्रचार-प्रसार हो सके।
इसके लिए मंदिर समिति को कार्यालय को सभी तरह आनलाइन और आफलाइन सशक्त करना चाहिए न कि धार्मिक संस्थाओं के कार्यालयों को बंद करना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मंदिर समिति दानदाता के संकल्प, प्रयोजन के अनुसार कार्य नहीं करेगी तो ट्रस्ट यात्रियों की सेवा के लिए उस जमीन पर पुस्तकालय और यात्रियों को प्याऊ, विश्राम स्थल बनाये जाने के लिए आगे आने को तैयार है लेकिन दान की भूमि का किसी स्तर पर मनमाफिक दुरुपयोग नहीं होने दिया जायेगा। न ही भू प्रयोजन में किसी बदलाव को भरत मंदिर ट्रस्ट स्वीकार करेगा।
महंत वत्सल ने कहा कि हम चाहते हैं कि धार्मिक संस्थाएं अपने को सेवा भाव में जोड़े रखें न कि धन लालसा की होड़ में पुरातन धरोहरों और दान की भू विरासतों में अनावश्यक बदलाव करें। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट इसमें आम जनसमर्थन निष्पक्ष सेवा भाव से तीर्थ यात्रियों के दीर्घकालिक हितों को संरक्षित रखेगा।
मंदिर समिति को प्रचार जनसंपर्क कार्यालय बंद करने के विरुद्ध कानूनी नोटिस दिये जाने पर डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष विनोद डिमरी, केदार सभा के नव निर्वाचित अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, तीर्थ पुरोहित समिति अध्यक्ष विनय सारस्वत, मंदिर समिति के पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, मंदिर समिति पूर्व सदस्य दिनकर बाबुलकर आदि ने मंदिर समिति को कानूनी नोटिस दिये जाने का स्वागत किया है। इन्होंने कहा है कि मंदिर समिति को अपने निर्णय को तत्काल वापस लेना चाहिए।