04HREG56 इंदौरः पंचकुइया आश्रम के महंत महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास महाराज का निधन
इंदौर/भोपाल, 4 दिसंबर (हि.स.)। शहर के प्राचीन श्रीराम मंदिर पंचकुइया आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीश्री 1008 लक्ष्मणदास महाराज का देवलोकगमन हो गया। शनिवार देर रात उन्होंने आश्रम में ही अंतिम सांस ली। उनके देवलोकगमन से शिष्यों में शोक व्याप्त है। देर रात से ही भक्त मंदिर पर जुटने लगे थे। देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वालों को उनके निधन की सूचना दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात हृदयगति रुकने की वजह से उनका निधन हो गया। बताया गया है कि रविवार को उनकी अंतिम यात्रा पंचकुइया मंदिर से निकलेगी, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस मंदिर में पहुंचेगी और मंदिर परिसर में ही वेद मंत्रों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास महाराज पंचकुइया स्थित 300 साल पुराने आश्रम की व्यवस्था संभाल रहे थे। यहां भगवान राम के साथ ही शिव मंदिर भी है। यहां भगवान राम की बाल स्वरूप में श्यामवर्ण की मूर्ति है। करीब 15 एकड़ में फैले आश्रम और मंदिर में कई धार्मिक और सेवा गतिविधियों का संचालन होता है। यहां गोशाला में 250 गाएं हैं। यह स्थान दिगंबर आनी अखाड़े के अंतर्गत आता है। माना जाता है कि इस मंदिर से अन्नकूट की परंपरा शहर में शुरू हुई। वर्षभर मंदिर में विभिन्न उत्सव आयोजित किए जाते हैं। लक्ष्मणदास महाराज धार्मिक आयोजनों के साथ ही राजनीतिक मंच पर भी सदा सक्रिय रहते थे। विभिन्न दलों के राजनेताओं के कार्यक्रमों के उनकी सक्रियता मंच पर नजर आती थी। उनके स्नेह और तर्कपूर्ण व्यवहार ने उन्हें लोकप्रिय बनाया था। उनके निधन की खबर के बाद प्रदेश में शोक की लहर है।