बदरुद्दीन के बयान पर संतों में रोष

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04HREG35 बदरुद्दीन के बयान पर संतों में रोष

हरिद्वार, 04 दिसंबर (हि.स.)। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के दिए गए बयान पर हरिद्वार के साधु-संतों में रोष है। विश्व हिन्दू परिषद की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने बदरुद्दीन अजमल की मानसिकता को विकलांग बताया है। काली सेना के अध्यक्ष स्वामी दिनेशानंद भारती ने मानसिकता में अंतर बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को हिन्दू परंपराओं का ज्ञान नहीं होता है।

साध्वी प्राची ने कहा कि यदि हमारे युवक थोड़ा लेट विवाह कर रहे हैं तो उसका सिर्फ एकमात्र कारण है कि वह अपना करियर बनाना चाहते हैं। साध्वी प्राची ने बदरुद्दीन अजमल के बयान पर बोलते हुए कहा कि इनका काम सिर्फ और सिर्फ बच्चे पैदा करना ही है।

स्वामी दिनेशानंद भारती ने बदरुद्दीन अजमल के बयान पर कहा कि हिन्दू संस्कृति के अनुसार विवाह एक अद्भुत बंधन है। जिसमें दो जीवों का मेल होता है। ऐसे में यदि हमारे हिन्दू बच्चे विवाह में थोड़ा विलंब कर रहे हैं तो इसमें कोई दिक्कत वाली बात नहीं है। यह लोग जल्दी विवाह करके क्या कर रहे हैं, यह देखने वाली बात है। जल्दी विवाह करने के बाद यह लोग सिर्फ और सिर्फ पंचर और रेड़ी ही चलाते दिखते हैं। जबकि हिन्दू बच्चे देश को आगे बढ़ाने और देश के प्रति चिंतन करने में लगे हुए हैं।

गौरतलब है कि बदरुद्दीन अजमल ने शुक्रवार को कहा कि मुस्लिम पुरुष 21 साल की उम्र में शादी कर लेते हैं। जबकि हिन्दू पुरुष 40 साल की उम्र तक अविवाहित रहते हैं, ताकि कम से कम तीन महिलाओं के साथ अवैध संबंध बनाए जा सके। उन्होंने कहा यही कारण है कि आजकल हिन्दुओं के कम बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि 40 साल की उम्र के बाद हिंदू शादी करते हैं। अगर वह इतनी देर से शादी करते हैं तो उनके बच्चे कैसे हो सकते हैं?