08HREG364 बीएचयू के दीक्षांत समारोह में 91 मेडल और 7 डी.लिट की उपाधि मंच से मिलेगी
—वर्ष 2020,वर्ष 2021 , 2022 में उत्तीर्ण छात्र छात्राओं को उपाधियां दी जायेगी
वाराणसी, 08 दिसम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के 102वें दीक्षांत समारोह में 37000 से अधिक उपाधियां विद्यार्थियों को प्रदान की जाएंगी । इसमें 91 मेडल और 7 डी.लिट की उपाधि मंच से प्रदान की जायेगी। मुख्य दीक्षांत समारोह परिसर स्थित स्वतंत्रता भवन सभागार में 10 दिसम्बर को आयोजित होगा।
समारोह के मुख्य अतिथि पालो अल्टो नेटवर्क्स के अध्यक्ष और सीईओ निकेश अरोड़ा है। गुरूवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने ये जानकारी दी। केंद्रीय कार्यालय के समिति कक्ष संख्या-1 में उन्होंने पत्रकारों को बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण लगभग तीन वर्षों के अंतराल के बाद आयोजित किए जा रहे दीक्षांत को लेकर विश्वविद्यालय परिवार उत्साहित है। विश्वविद्यालय परिवार अपने विद्यार्थियों एवं पुरा छात्रों के साथ विशेष संबंध रखने के लिए जानी जाती है। विवि ने अपने पुरा छात्रों को जोड़ने के लिए एक नया एलुमुनाई पोर्टल भी तैयार किया है।
कुलपति ने कहा कि छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए नए अवसर सृजित करने के लिए विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। उन्होंने विगत एक वर्ष के दौरान विश्वविद्यालय द्वारा की गई कई नई पहलों का भी उल्लेख किया। कुलपति ने कहा कि बीएचयू में छात्रों को न केवल उनके करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए पुस्तकीय और पेशेवर ज्ञान से परिपूर्ण किया जाता है बल्कि उनमें मानवीय मूल्यों, लोकाचार और जीवन कौशल को भी विकसित किया जाता है।
बताते चले , राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, सर जेसी बोस, जमना लाल बजाज और पं. मदन मोहन मालवीय के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बीएचयू के दीक्षांत समारोह में शामिल हो चुके है। दीक्षांत समारोह में वर्ष 2020,वर्ष 2021 , 2022 में उत्तीर्ण छात्र छात्राओं को उपाधियां दी जायेगी। समारोह में 2020 में 433 छात्रों को गोल्ड मेडल 9 को सिल्वर मेडल, 2021 में 449 गोल्ड मेडल, 9 सिल्वर मेडल और 2022 में 464 गोल्ड मेडल और 9 सिल्वर मेडल मिलेगा। डि.लिट की उपाधि 2020 में डॉ रविशंकर सिंह भूगोल विज्ञान संकाय,डा.रघुनाथ दास श्री वैष्णव व्याकरण विभाग,2021 डॉ अनूप मिश्र,अर्थशास्त्र विभाग और 2022 में डॉ सचिन तिवारी प्राचीन इतिहास विभाग,प्रो. ज्योत्सना श्रीवास्तव दर्शन शास्त्र,डॉ अमलधारी सिंह संस्कृत विभाग,डॉ शिल्पा सिंह संस्कृत विभाग कला संकाय को दी जायेगी।