06HREG29 अनूपपुर: खदान के संचालन के लिए एसईसीएल से भेजी गई मशीन पर ग्रामीणों ने किया कब्जा
अनूपपुर, 6 नवंबर (हि.स.)। कोल इंडिया की सहायक कंपनी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र की खुली खदान आमाडांड परियोजना का उत्पादन कार्य 5 अक्टूबर 2022 से बंद है। इसकी वजह यह है कि यहां पर कुछ ग्रामीण नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर बार-बार कार्य में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। परियोजना के बंद होने की जानकारी मिलने पर संभागायुक्त ने जिला प्रशासन को खदान शीघ्र चालू करने हेतु निर्देशित भी किया गया है। लेकिन खदान बंद होने के महीने भर के बाद अभी तक जिला प्रशासन एसईसीएल प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच बैठक का दौर केवल चल रहा है।
एसईसीएल प्रबंधन ने रविवार को कोयला खदान संचालन की प्रक्रिया प्रारंभ करने के लिए जमीन का सीमांकन करने के लिए मशीन को भेजा। तब भी कुछ ग्रामीण महिला-पुरुषों का समूह मौके पर पहुंचकर डोजर मशीन को कब्जे में लेकर घेराबंदी कर दी थी। इसकी जानकारी एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के प्रबंधन द्वारा जब स्थानीय पुलिस प्रशासन को दी गई तो मौके पर थाना प्रभारी रामनगर ने पहुंचकर बंधक मशीन को मुक्त कराया।
राजस्व और पुलिस अधिकारियों में तालमेल नहीं
प्रशासनिक गलियारे से खबर यह भी आ रही है कि आमाडांड खुली खदान परियोजना को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों और पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों के बीच सही तालमेल नहीं बैठ पा रहा है। पुलिस प्रशासन खदान संचालन में व्यवधान करने वालों के विरुद्ध बड़े पैमाने पर और कठोर कार्यवाही करने पर विचार कर रहा है। तो वहीं राजस्व विभाग के अधिकारी खदान संचालन के व्यवधान उत्पन्न करने वालों के विरुद्ध सीमित कार्यवाही का हवाला देकर कोयले में माठा मारने का काम कर रहे हैं। वहीं, कोयला खदान के बंद होने से शासन के राजस्व के नुकसान के साथ जमुना कोतमा क्षेत्र के हजारों कर्मचारियों का भविष्य अंधकार मे दिखाई दे रहा है। जमुना कोतमा क्षेत्र की लाइफ लाइन कहीं जाने वाली आमाडांड खुली खदान परियोजना पर लगा ग्रहण कब तक हटेगा यह सुनिश्चित कर पाने में प्रशासन अभी तक सफल नहीं हो सका है।