सागर, 13 अगस्त (हि.स.)। जिले के बंडा थाना परिसर में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले किसान शीतल रजक की मौत के मामले में क्षेत्रीय विधायक तरवर सिंह लोधी शुक्रवार रात थाने पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उन्होंने किसान को न्याय दिलाने और किसान की मौत के मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग रखी। कांग्रेस विधायक लोधी को थाने में बैठा देख समर्थकों की भीड़ जमा हो गई और सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर किसान को न्याय दिलाने की मांग की।
मामले की जानकारी मिलते ही एडिशनल एसपी और एसडीएम मौके पर पहुंचे और विधायक से बात की। काफी समझाइश के बाद भी विधायक धरने से नहीं उठे। वह दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित परिवार को सहायता दिलाने की मांग पर अड़े रहे। जब बात नहीं बनी तो एडिशनल एसपी और एसडीएम लौट गए। विधायक मृतक किसान के परिवार वालों और अपने समर्थकों के साथ धरने पर डटे रहे। मामले की सूचना मिलते ही रात करीब 1 बजे कलेक्टर दीपक आर्य बंडा पहुंचे। उन्होंने धरने पर बैठे विधायक से बात की और समझाइश देकर धरना खत्म करने की बात कही। उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जा रही है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परिवार को सहायता दी गई है।
थाना परिसर में धरने के दौरान बारिश का दौर शुरू हुआ, लेकिन विधायक तरवर सिंह लोधी अपने समर्थकों के साथ बारिश के बीच धरने पर डटे रहे। बारिश होते देख धरने पर बैठीं मृतक किसान की पत्नी, बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर बैठाया गया, ताकि पानी में न भींगे। विधायक लोधी ने कहा कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा मैं बैठा रहूंगा। मुझे जेल जाना पड़े तो मैं जाऊंगा। प्रशासन को जो कार्रवाई करना हो करे। किसान की मौत के मामले में बीज भंडार, कंपनी वालों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर जब तक कार्रवाई नहीं होगी, मैं नहीं उठूंगा।
गौरतलब है कि बीते नौ अगस्त को किसान शीतल रजक निवासी चौका ने बंडा थाना परिसर में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। उसका आरोप था कि कीटनाशक दाव डालने से खेत में लगी सोयाबीन की फसल खराब हुई है। किसान ने बंडा थाने में एक दिन पहले शिकायत की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर दूसरे दिन उसने खुद को आग लगा ली थी। किसान को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से भोपाल रैफर किया गया था। भोपाल में इलाज के दौरान शुक्रवार को किसान शीतल की मौत हो गई। मृतक किसान की पत्नी निशा का कहना है कि शंकर खाद बीज भंडार से कीटनाशक दवा खरीदी थी। खेत में लगी सोयाबीन की फसल में इल्ली और खरपतवार होने पर कीटनाशक दवा फसल में डाली। लेकिन दूसरे दिन फसल सूखने लगी और पीली पड़ गई। मामले में पति शीतल ने 8 अगस्त को बंडा थाने में शिकायत की थी। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फसल खराब होने और मामले में सुनवाई नहीं होने के चलते शीतल ने आत्मघाती कदम उठाया था।