सम्मान में कुर्सी से खड़ा न होने पर बिना कारण बताये कर दिया निलंबितः प्रमोद सिंह

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-निलंबन काल में जबरदस्ती चुनाव ड्यूटी भी कराया

-निलंबित शिक्षक ने खंड शिक्षा अधिकारी पिंडरा और बीएसए पर लगाया गंभीर आरोप

वाराणसी,24 जुलाई (हि.स.)। निलंबित सहायक अध्यापक,प्राथमिक विद्यालय कृष्णापुर खुर्द,पिंडरा प्रमोद सिंह ’फौजी’ ने आरोप लगाया है कि बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार अपनी पराकाष्ठा पर है। यहां अनायास निलंबन और बहाली का रेट तय है। शिक्षक प्रमोद सिंह रविवार को पराड़कर भवन में साथी शिक्षकों,शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने अपने निलंबन की वजह बताई कि खराब स्वास्थ्य के बीच स्कूल में कार्यालयीय कार्यो में व्यस्त थे। इसी दौरान सीडीपीओ विद्यालय में आये । पहचान न पाने के कारण सम्मान में कुर्सी से नहीं उठने के बहाने बिना स्पष्टीकरण मांगे निलंबित कर दिया गया। अब निलंबन के सात-आठ महीने भी हो गये । अभी तक इसकी जांच चल ही रही है। वह भी उस परिस्थिति में जब महानिदेशक का निर्देश है कि एक माह में निलंबन से सम्बंधित सभी मामले निश्चित रूप से सुलझा लिए जाये । या फिर उसकी जांच भी पूरी हो जाये। प्रमोद सिंह ने आरोप लगाया कि निलंबन काल में ही उनकी चुनाव में ड्यूटी भी लगाई गई। अब निलंबन के बहाली के नाम पर दो लाख रुपये मांगा जा रहा है। अध्यापक ने आरोप लगाया कि खंड शिक्षा अधिकारी पिंडरा निलंबन बहाली का रेट तय कर रहे हैं ।

उन्होंने कहा कि आरटीआई के माध्यम से प्रकरण से संबधित आवेदनों का जवाब नहीं दिया जा रहा। वाराणसी बीएसए पर आरोप लगाया कि अब साल ड़ेढ़ साल तक निलंबित रखने की धमकी दे रहे हैं। प्रमोद सिंह ने बताया कि समिति द्वारा भी भ्रष्टाचार को दबाने के क्रम में आनन-फानन में मुझे एक नोटिस जारी कर दी गई। जिसमें कमेटी के एक सदस्य का हस्ताक्षर फर्जी है। निलंबित शिक्षक फौजी के समर्थन में आये उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ टीका गुट के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह टीका,जिला मंत्री सुरेश यादव,नगर अध्यक्ष बाबूलाल यादव,अजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि फौजी के वार्ता में आने से रोकने के लिए उन्हें शिक्षा विभाग के अफसरों की ओर से धमकी दी गई। पदाधिकारियों ने कहा सेवापुरी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों से हर घर तिरंगा अभियान के नाम पर वसूली हो रही है। प्रति शिक्षकों से एक हजार रुपये वसूला जा रहा है।

कायाकल्प योजना में विद्यालयों को चमकाने और टाइल्स लगवाने का जबरन दबाब बनाया जा रहा है। कायाकल्प योजना में रूपये न खर्च करने पर शिक्षकों को निलबंन की धमकी दी रही है। शिक्षक नेताओं ने कहा कि आरोपी खंड विकास अधिकारी पिंडरा का निलंबन नही हुआ तो अध्यापक जिलाधिकारी और विभागीय अफसरों से गुहार लगायेंगे। इसके बाद भी कुछ परिणाम नहीं निकला तो 09 अगस्त से विकासखंडवार पदयात्रा के साथ भ्रष्टाचार भारत छोड़ो अभियान की मुहिम चलाई जायेगी। इसके साथ क्रमिक धरना-प्रदर्शन भी शुरू होगा।