कराची, 16 जुलाई (हि.स.)। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) 27 अगस्त से होने वाले एशिया कप की मेजबानी के लिए श्रीलंका का समर्थन करेगा, हालांकि इस द्वीपीय देश में नागरिक और राजनीतिक अशांति है।
पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के तीव्र वित्तीय संकट के बीच इस्तीफा देने के बावजूद श्रीलंका ने नागरिक अशांति के बीच बिना किसी सुरक्षा उल्लंघन के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की सफलतापूर्वक मेजबानी करने में कामयाबी हासिल की है।
पीसीबी के एक सूत्र ने कहा कि अध्यक्ष रमीज राजा ने एसएलसी के शीर्ष अधिकारियों से बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि पाकिस्तान 27 अगस्त से 11 सितंबर तक निर्धारित एशिया कप की मेजबानी श्रीलंका के पास ही रहने के लिए जोर देगा।
सूत्र ने कहा, ”पीसीबी अध्यक्ष ने अपने समकक्ष को आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान चाहता है कि श्रीलंका क्षेत्रीय आयोजन की मेजबानी करे क्योंकि इसका मतलब मेजबान देश के लिए राजस्व आय होगा और इससे उनके पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”
सूत्र ने यह भी कहा कि पीसीबी ने श्रीलंकाई क्रिकेट अधिकारियों को भी आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान टीम देश में जारी अशांति के बावजूद गाले और कोलंबो में अपने टेस्ट मैच खेलेगी।
उन्होंने बताया कि हालांकि आने वाले दिनों में कोई आधिकारिक एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) की बैठक निर्धारित नहीं है, सभी सदस्य 22 अगस्त से बर्मिंघम में होने वाली आईसीसी बोर्ड की आगामी बैठक के दौरान उपस्थित रहेंगे, उन्हें पाकिस्तान में अगले एशिया कप के मेजबानी सहित कई मुद्दों पर चर्चा करने का मौका मिलेगा।
सूत्र ने कहा, ”चूंकि एसीसी के सभी सदस्य मौजूद रहेंगे और इस पर चर्चा करेंगे कि श्रीलंका को एशिया कप की मेजबानी करनी चाहिए।”
सूत्र ने कहा, ”पाकिस्तान का दृष्टिकोण स्पष्ट है कि श्रीलंकाई क्रिकेट के साथ उसके लंबे समय से संबंध हैं और दोनों ने हमेशा जरूरत के समय एक-दूसरे का समर्थन किया है।”