मैं शहर-ए-कालीन भदोही हूँ, लेकिन विकास का बदहाल आईना हूँ

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I am a city-e-Kaleen Bhadohi

-मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 30 जून 1994 में की थी भदोही की स्थापना

-स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पेयजल, जलनिकासी और परिवहन असुविधाएं

भदोही, 30 जून (हि.स.)। पूर्वांचल और प्रदेश के साथ देश भर में कॉलीन निर्माण के लिए प्रसिद्ध जनपद भदोही सर्वांगीण विकास को लेकर आज भी बदहाल है। भदोही जनपद की स्थापना 30 जून 1994 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने किया था।

स्थापना दिवस पर ‘हमार भदोही’ द्वारा कार्यक्रम में भदोही के विकास और योगदान को लेकर गुरुवार शाम पांच बजे एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। यह आयोजन कॉलीन तकनीकी संस्थान के हाल में कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में भदोही के सांसद, विधायक, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, चेयरमैन, निर्यातक बुद्धजीवी शामिल होंगे।

कार्यक्रम के संयोजक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलीन नगरी को जिला बने 29 वर्ष हो गए,लेकिन अभी भी इस जनपद में कई बुनियादी सुविधाओं की दरकार है। वैश्विक पटल पर अपनी हस्तनिर्मित कालीनों के मशहूर भदोही जनपद की स्थापना 30 जून 1994 में हुई थी। वाराणसी से अलग होकर जिला बनने से भदोही के लोगों की उम्मीदें परवान चढ़ीं, लेकिन मुकम्मल तौर पर ऐसा नहीं हो पाया। दुनिया में यह डालर नगरी के नाम से जाना जाता है लेकिन विकास में फिसड्डी है।

भदोही जनपद सड़क, बिजली, पेयजल, जलनिकासी, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन समेत कई मूलभूत सुविधाएं बढ़ाने के की जरूरत है। लिए ठोस पहल की जरूरत है और इन सभी विषयों पर सभी के बीच गहन चर्चा होगी कि भदोही की विकास की रफ्तार और कैसे तेज किया जा सकता है। संगोष्ठी में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, बुद्धिजीवी, समाजसेवी, कालीन निर्यातक व उद्यमी अपने विचार रखेंगे।