स्वस्थ वातातरण के लिए खेल जरूरीः आर.पी.शुक्ला

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प्रयागराज,07 मई (हि.स.)। हम सभी जानते हैं कि खेल हम सभी के प्रतिदिन के जीवन के लिए बहुत अच्छा होता है। क्योंकि ये हमें स्वस्थ्य वातावरण में सामान्य शारीरिक गतिविधियों में शामिल करता है। उक्त बातें शनिवार को विश्व एथलेटिक्स दिवस पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में पूर्व राष्ट्रीय वॉलीबाल खिलाड़ी व जिला वॉलीबाल संघ,प्रयागराज के महासचिव आर.पी.शुक्ला ने सभी खिलाड़ियों व खेलप्रेमियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कही।

उन्होंने कहा कि खेल का वातावरण खिलाड़ियों के लिए बहुत ही प्रतियोगी और चुनौतिपूर्ण हो जाता है,इसलिए वे चुनौतियों को सामने रखकर उन पर ध्यान केंद्रित करते हैं। एक व्यक्ति की शारीरिक सुन्दरता उसके लिए मानवता निर्माण में सहायक होती है।

आर.पी.शुक्ला ने कहा खेल बहुत प्रकार के होते हैं जो अलग-अलग देशों में विभिन्न देश के लोगों द्वारा खेले जाते हैं। किसी भी खेल का, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश में आयोजन किया जाता है। समय-समय पर खेल में क्रान्तिकारी परिवर्तन आये हैं और अष्टांग या योगा की अन्य क्रियाओं द्वारा इन्हें बदला भी गया है। खेल खेलना हमें पूरे जीवनभर बहुत से तरीकों से मदद करता है। एथलेटिक्स खेलों की क्रियाएं हमारे लिए बहुत प्रकार के सकारात्मक अवसर लाती है। इसमें बहुत सी समस्याएं भी आती है हालांकि,वे इतना अधिक मायने नहीं रखती। खेल गतिविधियों में भाग लेना बच्चों की स्कूली उपलब्धियों को बढ़ाता है। बच्चों के जीवन में खेल बड़ी उपलब्धियों को प्राप्त करने का रास्ता है हालांकि, ये उनकी गतिशीलता और उस अनुभव पर अधिक निर्भर होता है जो उनके पास पहले से होता है। किसी भी खेल में रुचि, पूरे विश्वभर में पहचान और जीवन भर के लिए उपलब्धी प्रदान कर सकती है।

खेल में हर पल चुनौती

आर.पी.शुक्ला ने कहा कि खेल की चुनौतियों का सामना करना हमें जीवन की अन्य चुनौतियों से निपटने के साथ ही इस प्रतियोगी संसार में जीवित रहना भी सिखाता है। कुछ खिलाड़ी खेलों में अपने बचपन से ही तथा कुछ भगवान के उपहार के रुप में जन्म से ही रुचि रखते हैं। हालांकि उनमें से कुछ लोग किसी विशेष खेल में अपनी रुचि बनाते हैं ताकि वो जीवन में धन और प्रसिद्धि प्राप्त कर सकें।

एथलेटिक्स खेल हमारे शरीर को मजबूत, स्वस्थ्य और तंदरुस्त बनाये रखते हैं। ये वो क्षेत्र है जो, हमें एक समान दिनचर्या से कुछ अलग परिवर्तन दे सकता है। हम सभी खेलों को पसंद करते हैं क्योंकि ये मनोरंजन का एक उपयोगी साधन होने के साथ ही शारीरिक गतिविधियों का भी एक तरीका है। शिक्षा को बिना खेलों के अधूरा माना जाता है क्योंकि खेलों के साथ शिक्षा, बच्चों का अध्ययन की ओर अधिक ध्यान खिंचती है।

खेल सभी के लिए जरूरी

स्पोर्ट्स गतिविधियाँ सभी के लिए, विशेषरुप से बच्चों और युवाओं के लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि ये शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देती हैं। यह स्मृति स्तर, एकाग्रता स्तर और बच्चों की सीखने की क्षमता में सुधार करता है। एक छोटा बच्चा भी यदि बचपन से ही अपने प्रिय खेल का अभ्यास करें तो प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बन सकता है। बच्चों को अपने स्कूल में आयोजित होने सभी खेलों में अपनी झिझक को हटाकर आगे बढ़ने के लिए भाग लेना चाहिए।