देहरादून, 07 मई (हि.स.)। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों के भविष्य को लेकर विभागीय अधिकारियों को शिक्षा की गुणवत्ता बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों की शिक्षा में लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा।
शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत स्कूलों की व्यवस्था बेहतर बनाने और अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने के संबंध में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के संग समीक्षा बैठक की। इस दौरान ऋतु खंडूडी ने अधिकारियों को स्कूलों की दशा बेहतर करने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का माहौल बनाने के लिए प्रयास करने के निर्देश के साथ-साथ जरूरी सुझाव भी दिए।
विधानसभा भवन में बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक शिक्षा की समीक्षा बैठक में विभागीय ढांचा, विद्यालय भवनों, शिक्षकों, स्मार्ट क्लासेज, शौचालय, फर्नीचर एवं पुस्तकों की व्यवस्था सहित तमाम बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक समीक्षा की।
विस अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट विद्यालयों की संख्या एवं उन विद्यालयों में छात्र संख्या, शिक्षकों की स्थिति एवं अवस्थापना सुविधाओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली।
अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को जानकारी दी कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 4 शैक्षणिक संकुल जिनमें झंडीचौड, मोटाढाक, सीतापुर एवं नगर क्षेत्र कोटद्वार हैं। इन चारों शैक्षणिक संकुल में 44 प्राथमिक विद्यालय, 11 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 5 हाई स्कूल एवं 14 इंटरमीडिएट विद्यालय वर्तमान में चल रहे हैं।
अधिकारियों ने विद्यालय के आधार पर अध्ययनरत छात्रों की संख्या एवं उसमें अध्यापकों की स्थिति के बारे में भी विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया। विधानसभा अध्यक्ष ने सभी स्कूलों के भवनों की स्थिति एवं ढांचागत सुविधाओं के बारे में अधिकारियों ने बताया कि लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से सभी 71 विद्यालयों की स्थिति को सुधारा जा सकता है। इसमें कि 27 अतिरिक्त कक्ष भी बनाए जा सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 8 करोड़ की लागत से इन सभी स्कूलों के भवन मरम्मत से लेकर अन्य सभी आधारभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक के दौरान विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्कूलों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कार्य योजना बनाकर शासन को प्रस्ताव भेजे जाएं एवं जल्द से जल्द धनराशि स्वीकृत करा कर स्कूलों को बेहतर बनाया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अवस्थापना सुविधा विकसित करने, स्मार्ट क्लासेस बनाए जाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों के भविष्य को लेकर शिक्षा की गुणवत्ता में किसी प्रकार की समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आधुनिक समाज की मांग हैं और चाहे कोई भी क्षेत्र हो गुणवत्ता की मांग हर जगह होती हैं। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने नई शिक्षा नीति एवं स्कूलों में संस्कृत शिक्षा दिए जाने संबंधित विषय पर भी अधिकारियों से बातचीत की।
इस अवसर पर विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक आरके कुंवर, अपर निदेशक एमएस बिष्ट, अपर निदेशक एसपी खाली, खंड शिक्षा अधिकारी दुगड्डा अभिषेक शुक्ला, मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी डॉ आनंद भारद्वाज,अपर निदेशक बेसिक वीएस रावत सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।