चित्रकूट,19 अप्रैल (हि.स.)। जिले के कर्वी तहसील के पहरा गांव की नसीबिया बेगम कर पति अहमद खान पुत्र रमजान मछली का शिकार करते समय पाकिस्तान सीमा में प्रवेश करने पर वहां की पुलिस ने उसे जेल में डाल दिया है। यहां उसके बच्चे दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
मंगलवार को पहरा गांव की नसीबिया बेगम ने बताया कि पति के पाकिस्तान की जेल में रहने से उस पर आर्थिक तंगी का पहाड टूट पडा है। पति मछली ठेकेदार के ठेका में काम करने गया था। मछली का शिकार करने के दौरान वह समुद्र में पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गया। पाकिस्तान के अधिकारी व कर्मचारियों ने पीड़िता के पति को अपनी हिरासत में ले लिया।
पीड़िता का पति काफी दिनों से पाकिस्तान पुलिस की हिरासत में है। इससे पीड़िता के बच्चे दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। आर्थिक तंगी से बच्चों को दो वक्त की रोटी खिलाने में पीड़िता मजबूर है। राज्य महिला आयोग ने उसकी कोई मदद नहीं की है। पीड़िता ने देश के प्रधानमंत्री व भारत सरकार से पति की रिहाई की गुहार लगाई है।
पीड़िता ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने तीन जुलाई 2020 को उसे पत्र भेजकर बताया है कि पति ने पाकिस्तान में सजा की अवधि काट ली है, जो 2019 तक थी। अप्रैल माह में उसकी राष्ट्रीयता की भी पुष्टि हो गई है। पीड़िता ने पति की रिहाई की बाबत विदेश मंत्रालय व प्रधानमंत्री से कुछ कदम उठाने की मांग की है, ताकि पीड़िता के बच्चों को दो वक्त की रोटी मिल सके।