मेरठ, 01 अप्रैल (हि.स.)। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री में अवैध मीट मिलने के बाद सरकारी विभागों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एमडीए ने शुक्रवार को पूर्व मंत्री की फैक्ट्री के चिलर और फ्रीजर पर सील लगा दी।
खरखौदा थाना क्षेत्र के अल्लीपुर गांव में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की फैक्ट्री पर शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन ने अवैध कटान की सूचना पर छापा मारा। फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के कटान किया जा रहा था। मौके पर पुलिस को 2400 कुंतल पैक्ड मीट मिला। जबकि 60 कुंतल मीट खुला हुआ फ्रीजर की मिला। पुलिस ने पूर्व मंत्री याकूब, दो बेटों इमरान व फिरोज समेत 14 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पशुपालन विभाग, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, ऊर्जा निगम, राजस्व विभाग, नगर निगम, एमडीए, बाट माप आदि विभाग लगातार जांच करने में जुटे हैं। पुलिस ने 10 लोगों को भी हिरासत में लिया है।
अवैध निर्माण की शिकायत पर तीन साल पहले एमडीए ने अल फहीम मीटैक्स फैक्ट्री पर सील लगाई थी। सील लगी होने और प्रोसेसिंग का लाइसेंस नहीं होने पर भी फैक्ट्री में इतनी बड़ी संख्या में मीट मिलने से सरकारी मशीनरी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। शुक्रवार को एमडीए ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के फ्रीजर और चिलर पर सील लगा दी।
अवैध रूप से किया गया है फैक्ट्री का निर्माण
पूर्व मंत्री याकूब की अल फहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड का निर्माण अवैध रूप से किया गया है। शाकरपुर गांव में स्थित फैक्ट्री का क्षेत्रफल 13 हेक्टेयर है। इसमें 10 हेक्टयेर भूमि सार्वजनिक सुविधाओं वाली सरकारी भूमि, एक हेक्टेयर में ग्रीन बेल्ट और 0.234 हेक्टेयर भूमि रोड वाइडनिंग की शामिल है। इस भूमि में से 0.130 हेक्टेयर भूमि ही औद्योगिक प्रयोग की है। भू उपयोग परिवर्तन का आवेदन शासन से निरस्त हो गया। पूर्व मंत्री ने पूर्व में फैक्ट्री में कोई कार्य नहीं करने का शपथ पत्र दिया था। एसडीएम मेरठ सदर संदीप भागिया ने बताया कि अल फहीम मीटेक्स प्राइवेट लिमिटेड का लाइसेंस चार साल पहले रद कर दिया गया था। एमडीए उस पर सील लगा चुका था। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है।