– ‘सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान’ के तहत ईंट भट्ठों तक पहुंचा स्वास्थ्य विभाग
– टीकाकरण से वंचित दो वर्ष के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए चला अभियान
– जिलाधिकारी ने शाहपुर यूपीएचसी और सीएमओ ने परमेश्वरपुर ईंट भट्ठे से किया शुभारंभ
गोरखपुर, 07 मार्च (हि.स.)। ”सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान” की किरणें शहर की गलियों से लेकर ईंट भट्ठों तक पहुंचने लगी हैं। सोमवार को जिलाधिकारी विजय किरण आनंद ने शाहपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने चरगांवा ब्लॉक के परमेश्वरपुर स्थित ईंट भट्ठे से अभियान का शुभारंभ किया। इसके तहत टीकाकरण से छूटे दो साल तक के बच्चों और गर्भवती को शत-प्रतिशत प्रतिरक्षित किया जाना है।
पहली बार ईंट भट्ठों पर लगाया गया टीका
पहली बार जिले के ईंट भट्ठों पर भी टीकाकरण अभियान चलेगा और स्वास्थ्य जांच भी होगी। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने यूपीएचसी पर 10 माह के बच्चे अरसलान को विटामिन-ए की डोज पिलाकर अभियान का आगाज किया तो सीएमओ आशुतोष कुमार दुबे ने गोरखपुर ईंट भट्ठे पर पहुंचकर इसका शुभारंम्भ किया। सीएमओ ने छत्तीसगढ़ की रहने वाली चंद्रकला के छह साल के बेटे भोयस को विटामिन ए की खुराक पिलाई। इतना ही नहीं, बिहार के रहने वाले शिवकुमार के पांच साल के बेटे किशन को टीका लगाया गया।
ईंट भट्ठों पर ही बीता बचपन
बचपन से ही किशन ईंट भट्ठों पर नौकरी करने वाले अपने परिजनों के साथ है और उसे अब तक टीका नहीं लगाया जा सका था। भट्ठे पर काम करने वालों की मानें तो उन्होंने बहुत दिनों पहले भट्ठों पर काम करना शुरू किया था, लेकिन अब तक किसी भी भट्ठे पर टीका लगाया जाना नहीं देखा है। इनकी मानें तो इनमें से अनेक ने बिहार और यूपी के अनेक स्थानों पर नौकरी की है, लेकिन पहली बार किसी ईंट भट्ठे पर टीकाकरण होता देखा है।
शाहपुर यूपीएचसी पर अरसलान को टीका लगवाने पहुंचे उनके माता-पिता आफताब और सानिया ने बताया कि उनके जुड़वा बच्चे अर्स और अरसलान को कोई टीका नहीं लग सका है। वर्षों पूर्व उन्होंने एक निजी अस्पताल में टीका लगवाने की कोशिश की थी, लेकिन वहां दो डोज का आठ हजार रुपये का खर्च आ रहा था। इसलिए संभव नहीं हो सका। इसके बहुत दिनों बाद क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता से मुलाकात हुई। उसने बताया कि यूपीएचसी पर निःशुल्क टीका लगता है। इसके बाद वह टीका लगवाने पहुंचे हैं।
बताई गई सावधानी
इस दौरान बताया गया कि अगर टीका लगने के बाद बच्चे को बुखार और टीका लगे स्थान के असपास सूजन हो जाए, तो घबराने की बात नहीं गई। यह सामान्य लक्षण है। बचाव की दवा भी दी गयी।