मंदसौर : बेमौसम बारिश से अफीम की फसल को नुकसान, सर्वे की मांग

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अफीम काश्तकारों को हुआ ज्यादा नुकसान, पट्टे कटने का भी डर

मंदसौर, 11 मार्च (हि.स.)। एक दिन पहले बारिश और ओलावृष्टि से अफीम काश्तकारों को भी तगड़ा नुकसान हुआ है। आर्थिक नुकसान के साथ ही अब पट्टा कटने का डर उन्हें सता रहा है। अफीम उत्पादन जिले में ओलावृष्टि ने अफीम काश्तकारों के लिए आफत खड़ी कर दी है। वर्तमान में डोडे पर चीरा लगाने के साथ अफीम निकालने का काम खेतों में चल रहा है।

ओलावृष्टि से डोडे और अफीम के पौधें कई जगहों पर टूट गए है तो बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं अफीम के डोडे से निकलता अफीम भी बारिश में धुल गया, लेकिन बड़ी विडबंना तो यह है कि अफीम पर नुकसानी पर राहत का मापदंड नहीं है। ऐसे में किसानों पर अब मार्फिन पूरी नहीं होने पर पट्टें कटने की तलवार लटक गई है। ऐसे में किसान परेशान हो रहे है। जिले में तीन खड़ों पर 20 हजार से अधिक अफीम काश्तकार इस ओलावृष्टि से सीधे रुप से प्रभावित हुए है।

खेतों में पहुंचे, रिपोर्ट तैयार नहीं

रबी सीजन में मौसम फिर खलनायक बना और किसानों की उम्मीदों पर आफत बनकर बरसे है। अब तक मौसम के मिलने साथ से रबी फसल बेहतर स्थिति में दिख रही थी और अब पकने लगी थी। गेहूं से लेकर अन्य जिंसों को निकालने का काम भी शुरु हो रहा था। ऐसे में अंतिम समय में आसमान से बारिश की बूंदो के साथ बरसे ओलो ने बड़ा नुकसान कर दिया है। दो दिन से बारिश और ओलो ने किसानों की उम्मीदों को भी धो दिया है और आफत के इन ओलो से किसान निराश है। ऐसे में अब फिर से मुआवजे की मांग जिलेभर से उठ रही है। तो कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार का पूरा अमला ही खेतों में दिखा और दिनभर सर्वे का काम चला, हालांकि अब तक कितने गांवों में कितना नुकसान हुआ है। इसकी रिपोर्ट प्रशासन तैयार नहीं कर पाया है लेकिन माना जा रहा है कि फसल को बड़ा नुकसान हुआ है।

टूट गए पौधे

किसान दशरथ, भागीरथ, पुखराज ने बताया कि वर्तमान में अफीम डोडे पर चीरा लगाने के साथ अफीम पर काम चल रहा था। ओलावृष्टि से पौधें और डोडे टूट गई। इससे बड़ा नुकसान हुआ। वही बताया कि बुधवार को दिन में जिन किसानों ने चीरा लगाया था ओर शाम को तेज बारिश ने सारे पौधों को दूध को धो दिया। इसके चलते किसानों ने गुरुवार को लुहाई का कार्य रोक दिया। वही गुरूवार को दिन में तेज गर्मी को देख किसानो द्वारा खेतों मे जाकर अपनी अपनी फसलो को सुखाने में व्यस्त दिखें।

गेहूं को भी हुआ नुकसान

किसान अमृतराम, कैलाश ने बताया कि हमने दो बिघा खेत में गेहुं की फसल कि बोवनी कर रखी थी जो कि अब पूरी तरह से पक कर तैयार हो चूकी थी और दो या चार दिन में फसल कि कटाई शूरू होने वाली थी कि अचानक मंगलवार को मौसम में परिवर्तन हुआ और बारिश हो गई। बुधवार की शाम को बारिश के साथ ओले गिरने कि वजह से खेत मे खड़ी सारी फसल पूरी तरह से खेतों सो गई। इसके चलते अब खेत में चलते अब कटाई करने मे भी काफी परेशानी होगी वही बताया कि विगत दिनों भी बार-बार बदलते मौसम से फसलों को अधिक नुकसान हुआ।