जौनपुर की मड़ियाहूं में ‘बोगी का इंजन’ बनने की लड़ाई

Share

लखनऊ, 04 मार्च (हि.स.)। जौनपुर जिले की मड़ियाहूं विधानसभा सीट पर कुर्मी जाति के दो नेताओं में बोगी का इंजन अर्थात अपने जाति का नेता बनने की लड़ाई के साथ चुनाव जीतने का संघर्ष चल रहा हैं।

मड़ियाहूं विधानसभा सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में अपना दल (एस) ने अपना कब्जा कर लिया था। इस बार फिर से भाजपा और अपना दल गठबंधन में ये सीट अपना दल के खाते में गयी। विधानसभा चुनाव 2022 में अपना दल ने मड़ियाहूं सीट पाने के बाद प्रत्याशी बदल दिया और कुर्मी जाति के नेता डाक्टर आरके पटेल पर अपना दांव लगाया।

मड़ियाहूं के रहने वाले शिवशंकर पटेल की मानें तो अपना दल ने लीना तिवारी के स्थान कर डाक्टर आरके पटेल का नाम तय किया तो विधानसभा में लहर दौड़ गयी। भदोही के रहने वाले डाक्टर आरके पटेल ने टिकट मिलते ही क्षेत्र में दौरा शुरु किया और आजकल स्थायी रुप से विधानसभा में डेरा डाले हुए हैं।

उन्होंने बताया कि अपना दल के प्रत्याशी के सामने बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी से जुड़ी डाक्टर सुषमा पटेल दो-दो हाथ कर रही हैं। बसपा से विधायक रही डाक्टर सुषमा की मड़ियाहूं में ससुराल है। उनके ससुर दूधनाथ पटेल भी विधायक रहे और कुर्मी जाति में उनकी बड़ी पकड़ मानी जाती रही।

जौनपुर जिले निवासी राजनीतिक एक्सपर्ट संजीव ने बताया कि मड़ियाहूं विधानसभा में अपना दल के प्रत्याशी के लिए भाजपा के नेताओं के वाहन दिनरात दौड़ रहे हैं तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के लिए सपा से गठबंधन करने वाले दलों के नेताओं का जत्था गांव गांव सम्पर्क कर रहा है।

उन्होंने बताया कि विधानसभा में अपना दल और समाजवादी पार्टी में सीधी टक्कर देखी जा रही है और दोनों ही नेता अपनी जाति में भी दबदबा कायम करना चाहते हैं। कुर्मी जाति के दो चेहरों के चुनाव लड़ जाने से ब्राह्मण, क्षत्रीय और यादव मतदाता निर्णायक की भूमिका में आ गया हैं। वहीं मुस्लिम एक तरफ जाता हुआ दिखलायी पड़ रहा है।