गाजियाबाद : शिकायतों का निस्तारण नहीं होने से नगर निगम नाराज, कंपनी को दी चेतावनी

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गाजियाबाद :- दो साल से महानगर में सीवर व्यवस्था का काम देख रही निजी कंपनी को जलकल विभाग के अधिकारियों ने कार्य में सुस्ती को लेकर सख्त नाराज़गी जाहिर की । महाप्रबंधक जलकल ने कंपनी के अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा कि वह अपने कार्य में तेजी लाएं। मेनहॉल और सीवर के ढक्कन बदलने और रिपेयर के मामले सुधारें, वरना कंपनी को इसका आर्थिक दंड भुगतना पड़ेगा।

सीवर व्यवस्था को लेकर बीटेक कंपनी के अधिकारियों के बीच समीक्षा बैठक में जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता योगेंद्र यादव समेत तमाम अधिकारी सम्मिलित हुए। जीएम (जलकल) ने बैठक में कहा कि अभी तक जो शिकायतें आ रही हैं, उनसे पता चल रहा है कि सीवर के मेनहॉल बदलने, सीवर लाइन क्षतिग्रस्त होने तथा सीवर की रिपेयर के मामले मानकों के अनुरूप नहीं हो पा रहे हैं। इस शिकायतों का निस्तारण समय से नहीं हो पाता और कई-कई दिन तक शिकायतें लंबित पड़ी रहती हैं। जिससे जनता को परेशानी होती है। योगेश श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में कम्पनी को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने संसाधन बढ़ाएं और मेनहॉल व अन्य समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण करें । यदि कंपनी इसमें सफल नहीं होती है तो कंपनी पर पेनल्टी लगाई जाएगी। बैठक में कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने व्यवस्थाओं को जल्दी सुधार लाने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि कंपनी जल्दी 500 मेन हॉल खरीद कर बदल देगी । आपको बता दें कि करीब 2 साल पहले नगर निगम प्रशासन ने महानगर की सीवर व्यवस्था का जिम्मा इस कंपनियों को सौंपा था कंपनी और नगर निगम के बीच इस को लेकर 10 साल का एक समझौता हुआ है। जिसमें नगर निगम इस कंपनी को करीब 128 करोड रुपए प्रतिवर्ष भुगतान करता है।