उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। इसके साथ ही अधिक से अधिक लोगों को मतदान में शामिल करने के लिए राज्य में मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया जाएगा। इस बार दिव्यांग और वरिष्ठ को घर बैठे मतदान करने की सुविधा मिलेगी। मतदान के दौरान सभी बूथों पर ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा ने उत्तराखंड में दो दिवसीय प्रवास के दौरान राज्य की विभिन्न एजेंसियों के साथ बैठक और चुनाव तैयारियों की समीक्षा के बाद पत्रकारों को उक्त जानकारी दी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त चन्द्र ने पत्रकारों को बताया कि उत्तराखंड में विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए एक घंटे का समय बढ़ाया गया है।
आयुक्त चन्द्रा ने बताया कि दो दिवसीय दौरे में राजनीतिक दलों और विभिन्न एजेंसी के साथ बैठकें की गई। इस दौरान राजनीतिक दलों ने समय से चुनाव कराने के साथ ही अन्य कई मांग रखीं। इसमे कुछ दलों ने पोलिंग समय बढ़ाने की बात कही। सभी दलों ने शराब वितरण पर रोक लगाने के साथ ही दिव्यांग और 80 से अधिक आयु और दिव्यांग के लिए बैलेट की व्यवस्था को सराहना की है। इसके साथ ही चुनाव खर्च बढ़ाने और कुछ ने इसे सीमित रखने को कहा है। चुनाव के दौरान रोड शो, सांप्रदायिक भाषण,विज्ञापन रेट को व्यस्थित करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए सभी को आगे आना होगा। अधिक से अधिक मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। पिछले चुनाव में जिन केन्द्रों पर 45 प्रतिशत कम वोट पड़े हैं, वहां पर मतदान बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। राज्य में 100 पोलिंग बूथ पर महिला कर्मी तैनात रहेंगी। शहरी के अलावा ग्रामीण पोलिंग बूथों पर हर सुविधाओं का ध्यान रखा जाए