गाजियाबाद :- कोरोना की संभावित तीसरी लहर के दौरान बच्चों के ज्यादा संख्या में संक्रमित होने की आशंकाओं के बीच शुक्रवार को एक बार फिर से संयुक्त जिला चिकित्सालय में मॉकड्रिल की गई। इस दौरान एंबुलेंस से बच्चे की डमी को लाया गया और उसे वार्ड में भर्ती करके उपचार दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया के लिए पांच मिनट का समय निर्धारित किया गया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इसे चार मिनट में ही पूरा कर दिखाया।
मॉकड्रिल के लिए पहुंची संयुक्त निदेशक डाॅ. ज्योत्सना वत्स ने इस पर संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने चिकित्सालय में संचालित ऑक्सीजन प्लांट का भी जायजा लिया। संयुक्त निदेशक के आने पर मॉकड्रिल शुरू की गई। एंबुलेंस के जरिए पीड़ित बच्चे (डमी) को अस्पताल में लाया गया। इस दौरान डॉक्टर और स्टाफ की पूरी टीम तैनात थी। डॉक्टर ने बच्चे का परीक्षण किया और उसे जरूरी उपचार व ऑक्सीजन दी गई। बच्चे की हालत सामान्य होने पर उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। डॉ. ज्योत्सना वत्स ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया।
मॉक ड्रिल के बाद डॉ. ज्योत्सना वत्स ने कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की सभी तैयारियां पूरी हैं। प्रयास किया जा रहा है कि संक्रमण का फैलाव न हो, लेकिन फैलाव होने पर मरीजों को जरूरी उपचार देने और संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए विभाग पूरी तरह से तैयार है। इस दौरान अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय तेवतिया, एसीएमओ डॉ. सुनील त्यागी, डॉ. आरसी गुप्ता आदि उपस्थित रहे।