CDS जनरल बिपिन रावत के निधन से शोक में डूबा उत्तराखंड, सदन से लेकर कार्यालयों में शोक सभाएं

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– शीतकालीन सत्र का पहला दिन बिपिन रावत के नाम रहा समर्पित

देहरादून :- सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद गुरुवार को गृह राज्य उत्तराखंड में सत्ताधारी सरकार से लेकर आमजन हर कोई दुखी था। शीतकालीन सत्र का पहला दिन आज बिपिन रावत के नाम समर्पित रहा। देश के साथ राज्य के राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से लेकर विभागीय कार्यालयों में दिनभर शोकसभाओं का दौर जारी रहा।

सीडीएस जनरल बिपिन रावत के सैनिक का फर्ज और सरल इंसानियत का व्यवहार लोगों के जुबान पर सुनाई दे रहा था। सदन में सीडीएस रावत के नाम सरकार से बड़े संस्थान सहित पांचवें सैन्यधाम का नाम भी उनके नाम पर रखने की मांग की गई।

उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज सीडीएस जनरल बिपिन रावत को सदन में श्रद्धांजलि दी गई। सदन 11 बजे वन्दे मातरम् गान के साथ शुरू हुआ। इसके बाद सदन में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के निधन पर सदन के नेता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, नेता प्रतिपक्ष, संसदीय मंत्री बंशीधर भगत सहित मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विधायकों ने शोक व्यक्त करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही अब अगले दिन 11 बजे से संचालित होगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भावुक मन से श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका गंभीर चेहरा सरल, इंसानियत आज भी सामने आ रहा है। वह उत्तराखंड के मुद्दे पर सीधे बात करते थे। उनका राज्य के गांव को रोजगार और यहां की आवश्यकता लेकर लगातार चिंतन रहता था। देश के साथ विशेष रूप से उत्तराखंड के लिए सीडीएस का निधन बड़ा आघात है। देश और राज्य के साथ आपकी कमी व्यक्तिगत हमेशा खलती रहेगी। आप हमेशा याद आओगे।

बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अधिकारियों का निधन हो गया था।

मेरे पिता जी को रेजीमेंट में ले जाने का बना रहे थे कार्यक्रम

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वे सीमा और रक्षा के साथ विषय विशेषज्ञ भी थे। विश्वास नहीं हो रहा है कि वो हमारे बीच नहीं है। उन्होंने बताया कि जब मैंने मुख्य सेवक का पहली बार कार्यभार संभाला तो सीडीएस जनरल बिपिन रावत मेरे पिताजी को महार रेजीमेंट में ले जाने का कार्यक्रम बना रहे थे। उन्होंने कहा था कि आपके बचपन की स्मृतियां ताजा हो जाएंगी। नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर उनका अचानक आना हुआ। इस दौरान उन्होंने सागर जाने का जिक्र किया, तब हमने बोला की कि आप कार्यक्रम फाइनल करें, हम उसके अनुसार चल देंगे। 20 दिसम्बर से पहले जाने का कार्यक्रम था, लेकिन नियति ने सब कुछ बदल दिया। पिथौरागढ़ के मुन्नकोट से शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ होना था। प्रदेश के सैनिक परिवार और लोगों के बीच में जाने के लिए चार जगह पर कार्यक्रम तय था। इनमें देहरादून,लैंसडाउन, बनबसा और रानीखेत आदि शामिल थे।

उत्तराखंड के विषयों पर सीडीएस सीधे करते थे बात: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने बताया कि उनका उत्तराखंड के गांवों के लिए हमेशा चिंता रहती थी। वो समय-समय पर राज्य के विकास को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी देने का काम करते थे। देश के काम देखने के साथ यहां की समस्याओं को लेकर गंभीर रहा करते थे। उनका जाना देश और राज्य के साथ मेरी व्यक्तिगत क्षति है।

इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सीडीएस रावत के निधन को राष्ट्र के लिए बड़ी क्षति बताया। उन्होंने इस हेलीकाप्टर दुर्घटना में रावत सहित अन्य सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किया।

संस्कृत विश्वविद्यालय का नाम सीडीएस रावत के नाम पर रखने का अनुमोदन

देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी की ओर से देवप्रयाग में बनाए जा रहे संस्कृत विश्वविद्यालय का नाम सीडीएस जनरल बिपिन रावत के नाम पर करने का प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत किया गया। इसका सदन की ओर से अनुमोदन किया गया।

सत्र में जाने से पूर्व मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि-

विधानसभा शीतकालीन सत्र में जाने से पूर्व विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सभी मंत्रीगणों और विधायकगणों की ओर से जनरल सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई।

राज्य के उत्तरकाशी, पौड़ी और श्रीनगर गढ़वाल विवि, कोटद्वार सहित पूरे प्रदेश में सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी गई। उनके पैतृक गांव में भी शोक सभा का आयोजन किया गया। जहां आसपास के गांव के लोग भी पहुंचे थे।

पुलिस मुख्यालय में दी गई श्रद्धांजलि

पुलिस मुख्यालय देहरादून में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान उनके परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की गई।

इस मौके पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, कार्मिक एपी अंशुमान, पुलिस उपमहानिरीक्षक, फायर-नीरू गर्ग, पुलिस उपमहानिरीक्षक, पी/एम- सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस, पुलिस उपमहानिरीक्षक, कार्मिक- सुनील कुमार मीणा, सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा प्रदेश के सभी कार्यालयों में शोक सभा कर सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि दी गई।

भाजपा मुख्यालय में दी गई श्रद्धांजलि

बलवीर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत एवं विधायक हरवंश कपूर ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

कांग्रेस मुख्यालय में हुई शोकसभा

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्म पत्नी और उनके सहयोगियों की दुर्घटना में हुए निधन पर शोक सभा हुई।

प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, सहप्रभारी दीपिका पाण्डेय सिंह, युवा कांग्रेस अध्यक्ष वी.वी. श्रीनिवास, प्रकाश जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट, मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि, प्रदेश महामंत्री मथुरादत्त जोशी, राष्ट्रीय प्रवक्ता जरिता लैतफलांग ने सीडीएस रावत के चित्र पर पुष्पांजलि देते हुए उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।