देहरादून :- चारधाम देवस्थानम बोर्ड का विरोध बढ़ता जा रहा है। बोर्ड को समाप्त किए जाने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने गांधी पार्क में शनिवार को एकत्र होकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की और इस कानून को वापस लेने की मांग की।
इस प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा सदस्य और देश के वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी दूरभाष से रैली को संबोधित किया और आंदोलनकारियों की मांगों को उचित बताया। इसके बाद हक-हकूकधारियों और तीर्थ पुरोहितों ने सचिवालय कूचकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि अगर देवस्थानम प्रबंधन एक्ट को भंग नहीं किया जाता है तो तीर्थ पुरोहित आत्मदाह करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। आज के दिन ही चारों धामों से जुड़े तीर्थ पुरोहित जहां बाहों में काली पट्टी बांधकर काला दिवस मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदर्शनकारी भी बांहों में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय से पहले ही सुभाष रोड पर सेंट जोसेफ गेट के निकट बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया था। सचिवालय जाने की जिद पर अड़े तीर्थ पुरोहितों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। बैरिकेडिंग पर रोके जाने से नाराज तीर्थ पुरोहित वहीं पर धरने पर बैठ गए और देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित बीते दो सालों से अपनी एक सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांग नहीं सुन रही है। उत्तराखंड सरकार चारधाम देवास्थनम प्रबंधन विधेयक 2019 को उत्तराखंड सरकार वापस ले और 15 जनवरी 2020 से पूर्व जो स्थिति भी उसे बहाल की जाए।
आचार्य गणेश ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में उत्तरकाशी, गुप्तकाशी, यमुनोत्री, जोशीमठ, देवप्रयाग और देहरादून में सभी लोग अपनी-अपनी जगहों से विरोध प्रकट कर रहे हैं।