नैनीताल :- जिला मुख्यालय के शेरवुड स्टाफ क्वार्टर में रहने वाली एक शिक्षिका के पति की कोरोना से सोमवार को मौत होने के बाद पुलिस ने इस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बना दिया है। जनपद में तीन माह के बाद इस तरह का कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने इस क्षेत्र में शिक्षिका के संपर्क में आए 75 परिवारों की कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की। साथ ही प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में पुलिस, एलआईयू एवं अग्निशमन बलों के 132 लोगों की आरटीपीसीआर एवं 242 लोगों लोगों की रैपिड एंटीजन जांच की गई है। गनीमत है कि 242 लोगों की रैपिड एंटीजन जांच में किसी में भी कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य विभाग बुधवार से पूर्व की तरह नगर के प्रवेश द्वारों पर बाहर से आने वाले सैलानियों की जांच के लिए अभियान चलाने वाली है। साथ ही चिकित्सालय में आने वाले रोगियों की भी कोरोना जांच की जाएगी। जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केएस धामी ने बताया कि शेरवुड कॉलेज के स्टाफ क्वार्टर्स में शिक्षिका के संपर्क में आए कॉलेज के कर्मियों के परिवारजनों की और जिला चिकित्सालय में आपातकालीन सेवाओं से जुड़े पुलिस विभाग से संबंधित कर्मियों की जांच की गई है। इधर नगर में पुलिस ने भी कोरोना के नए वेरिएंट के दृष्टिगत स्थानीय लोगों एवं सैलानियों को मास्क पहनने एवं सामाजिक दूरी बरतने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि शेरवुड कॉलेज में कार्यरत शिक्षिका के 70 वर्षीय पति की मृत्यु के बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन ने शेरवुड स्टाफ क्वार्टर क्षेत्र के एपी सिंह, प्रदीप भट्ट व पूजा रौतेला के घरों को कोरोना के संक्रमण की संभावना के दृष्टिगत अगले आदेशों तक माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इस क्षेत्र में बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही प्रभावित परिवार के संपर्क में आए लोगों की कोरोना जांच कराने के आदेश दिए गए हैं।
जिला चिकित्सालय में बढ़े वायरल बुखार के मरीज
मुख्यालय में मौसम के बदलाव, ठंड की दस्तक के साथ वायरल बुखार का प्रकोप हो गया है। बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पीएमएस डॉ. केएस धामी ने बताया कि प्रतिदिन दो से ढाई सौ वायरल बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। अब बुधवार से इन सभी की कोरोना जांच भी कराई जाएगी।