गाजियाबाद। सावन शिवरात्रि का पर्व शुक्रवार को श्रद्धाभाव से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने व्रत रखा और भगवान शिव का जलाभिषेक किया। ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक का सिलसिला सुबह से देर शाम तक चलता रहा। मंदिर में जलाभिषेक के लिए आम श्रद्धालुओं के अलावा वीआईपी भी आए और भगवान दूधेश्वर के दरबार में मत्था टेककर उनसे अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की। भगवान का जलाभिषेक सबसे पहले मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने किया, उसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। इससे पूर्व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर व अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा श्रीमहंत नारायण गिरि ने प्रदोषकाल में भगवान का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंचोपचार राजोपचार षोडशोपचार पूजन अभिषेक किया।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस बार जो श्रद्धालु कांवड नहीं ला पाए, उन सभी भक्तो के लिये आयुष त्यागी अपनी हिन्दु युवा वाहिनी के साथियों के साथ हरिद्वार से गंगाजल का टैकर लेकर आए ताकि भक्त कावंड स्वरूप गंगाजल भरकर बाबा दूधेश्वर का जलाभिषेक कर सकें। मन्दिर में जल व्यवस्था को व्यवस्थित कराने के लिये पार्षद जाकिर अली सैफी के प्रयास से 350 फुट बोरिंग मोटर का कार्य कराया गया। कार्य पूरा होने के बाद नगर निगम के नगर आयुक्त महेन्द्र सिंह तंवर ने फोन कर जानकारी ली। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने मन्दिर की सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया।
नगर कोतवाल व चौकी इंचार्ज ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मंदिर में भीड नहीं लगने दी गई और कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्तों के भगवान के दर्शन कराए गए। सुरक्षा के लिए बडी संख्या में पुलिसकर्मी व पीएसी के जवान भी तैनात किए गए थे। मंदिर के स्वयंसेवकों ने भी व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया।