भारत में कोरोना वायरस की स्थिति अब धीरे-धीरे और भी ज्यादा चिंताजनक हो रही है। इस बीच कोरोना की तीसरी लहर को लेकर डॉक्टरों ने चेतावनी दी है। चेन्नई में गणितीय विज्ञान संस्थान के मुताबिक भारत में SARS-CoV-2 का ‘R वैल्यू’ बढ़ रहा है और 07 मई 2021 के बाद पहली बार 1 को पार कर गया है। ‘R वैल्यू’ से मतलब यहां कोरोना वायरस की प्रजनन दर से है। हाल ही में ये 0.96 से बढ़कर 1 हो गया है, जो चिंताजनक है। दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने भी आर वैल्यू बढ़ने को लेकर चिंता जताई है।क्या होती है कोरोना की ‘R वैल्यू’यानी कोविड-19 से संक्रमित एक शख्स एक व्यक्ति को संक्रमित करता है तो R वैल्यू 1 होगी और एक संक्रमित व्यक्ति से औसतन 2 लोगों में संक्रमण फैलता है तो वैल्यू दो होगी।इसी तरह 1 से कम का ‘R’ वैल्यू से पता चलता है कि कम से कम एक अकेला रोगी औसतन एक से कम व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है। इसलिए डॉक्टर चाहते हैं कि महामारी के समय में ‘R’ वैल्यू 1 से कम हो। ताकी यह सुनिश्चित हो कि वायरस अब बहुत कम फैल रहा है। पिछले हफ्ते स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने भी इस बात की पुष्टि की थी ‘R वैल्यू’ 1 हो गया है।27 से 31 जुलाई में अनुमानित आर वैल्यू की अवधि 1.03 हैचेन्नई में गणितीय विज्ञान संस्थान में कम्प्यूटेशनल जीव विज्ञान और सैद्धांतिक भौतिकी के प्रोफेसर, सीताभरा सिन्हा ने इंडिया टुडे को बताया, कि आर वैल्यू पहली बार 27 जुलाई को 1 की संख्या के पार चला गया है। ये 7 मई के बाद पहली बार देखा गया है। 27 से 31 जुलाई में अनुमानित आर वैल्यू की अवधि 1.03 है।इन राज्यों में बढ़ रही है कोरोना की ‘R वैल्यू’