कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी का एक बयान खूब सुर्खियां बटोर रहा है. शुक्रवार को कांग्रेस सोशल मीडिया सेल के लिए नियुक्त किए गए वालंटियर्स को संबोधित करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने साफ कह दिया कि जो भी कांग्रेस में रहते हुए डर रहा है, वो RSS में जा सकता है, वहीं जो कांग्रेस के बाहर है लेकिन निडर है, उसका पार्टी में स्वागत है.राहुल के बयान का गहलोत ने किया बचावराहुल गांधी के इस बयान पर राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त चर्चा देखने को मिली. अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के इस बयान का बचाव किया है.उनकी तरफ से ट्वीट कर बताया गया कि राहुल गांधी ने सिर्फ कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को समझाने का प्रयास किया है.ट्वीट में गहलोत ने लिखा है कि राहुल गांधी का स्टेटमेंट काफी मायने रखता है क्योंकि वे चाहते हैं कि कांग्रेस निडर होकर बीजेपी का सामना करे. उनकी तरफ से कार्यकर्ताओं को कांग्रेस की विचारधारा याद दिलाई गई है जो हमेशा से RSS की सांप्रदायिक राजनीति के विरोधी रही है.राहुल गांधी ने क्या कहा था?राहुल गांधी के बयान की बात करें तो उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के बाहर कई लोग हैं, उन्हें अंदर लाओ, जो हमारे यहां डर रहे हैं, उन्हें भगाओ, आरएसएस के हो तो जाओ मजे करो. हमे ऐसे लोगों की कोई जरूरत नहीं. पार्टी को निडर और हिम्मत वाले लोग चाहिए. यहीं हमारी विचारधारा है. अब उनके इस बयान के कई मायने निकाले गए हैं.अभी हाल ही में कांग्रेस के दिग्गज बीजेपी में शामिल हुए हैं. फिर चाहे वो जितिन प्रसाद हों या फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया. ऐसे में राहुल गांधी का ये कहना कि कमजोर नेता पार्टी छोड़ दें उन तमाम दिग्गजों पर तंज है.बीजेपी पर क्या बोला?वैसे जिस संबोधन में राहुल गांधी ने RSS को लेकर ये बयान दिया, वहां उन्होंने बीजेपी पर भी जोरदार हमला किया. उनकी तरफ से कहा गया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी की फेक न्यूज टीम से डरने की जरूरत नहीं है. अगर पीएम बोलें कि यूपी ने कोरोना पर काबू पाया, तो सिर्फ हंस दीजिए, अगर बोला जाए कि चीन भारत के क्षेत्र में नहीं घुसा, तो भी हंस दीजिए. अब कोई भी बीजेपी पर विश्वास नहीं करता है.