गाजियाबाद। लोनी में वीडियो कांड मामले में पुलिस की जांच बढ़ती ही जा रही है। इस मामले में पुलिस ने फरार चल रहे आरोपियों में चार और आरोपियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने हिमांशु, अनस, बाबू बिहारी व शावेज़ को गिरफ्तार किया है। अब तक पुलिस मारपीट वाले इस मामले में कुल 9 लोग गिरफ्तार कर चुकी है। इसके साथ ही ट्विटर इंडिया के बाद अब फेसबुक भी पुलिस की जांच के दायरे में आ गया है। टि्वटर इंडिया को जहां गाजियाबाद साइबर क्राइम की टीम ने नोटिस भेज दिया गया है और कहा गया है कि जल्द से जल्द वहां से आधिकारिक वार्तालाप शुरू की जाए।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोनी वीडियो कांड के पीछे अब तक की जांच के बाद सपा नेता उमेद पहलवान मास्टरमाइंड की भूमिका में है। वहीं पुलिस लगातार अब्दुल समद उनके बेटे और अन्य लोगों से भी जानकारी जुटा रही है, ताकि पूरे मामले में पुलिस सभी सवालों के जवाब दे सके। उधर इस मामले को लेकर बृहस्पतिवार को दिल्ली के एक थाने में शिकायत दी गई है, तो वहीं बुलंदशहर में उमेद पहलवान के साथ ही कई लोगों और अज्ञात पर महामारी अधिनियम उल्लंघन के तहत गंभीर मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी गाजियाबाद पाठक का कहना है कि पुलिस पूरे मामले की सिलसिलेवार ढंग से जांच कर रही है। किसी भी आरोपी को इस पूरे प्रकरण में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस ने भेजा ट्विटर को नोटिस :
इस पूरे मामले में गाजियाबाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिकता फैलाने वाले मामले में जिन 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था उस मामले में ट्विटर इंडिया को गाजियाबाद साइबर क्राइम की ओर से नोटिस भेजा गया है। साथ ही पुलिस ने यह भी कहा है कि जल्दी आधिकारिक तौर पर जांच में बातचीत शुरू की जाए। बता दें कि 15 जून को ट्विटर सहित नौ लोगों के खिलाफ थाना लोनी बॉर्डर में मुकदमा दर्ज हुआ था।
पीड़ित भी है सवालों के घेरे में :
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में पीड़ित अब्दुल समद भी सवालों के घेरे में हैं। बताया जा रहा है कि उसने प्रवेश को नहीं पहचानने की बात की थी जबकि सर्विलेंस और फोन कॉल के अनुसार दोनों के बीच करीब एक दर्जन से अधिक बार फोन पर बातचीत हुई है। उधर इस मारपीट में जो लड़के अब तक गिरफ्तार हुए हैं, वह सभी जिम करने वाले हैं और इसमें से कुछ बुजुर्ग अब्दुल समद के संपर्क में भी रहे हैं।
बुलंदशहर में दर्ज हुआ महामारी अधिनियम का मुकदमा :
वीडियो कांड मामले ने गाजियाबाद पुलिस के साथ ही बुलंदशहर पुलिस की भी चौकसी बढ़ा दी है।अब्दुल समद के बयान बदलने के बाद बुलंदशहर में अनूपशहर कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए महामारी अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया है। जिसमें हवाला दिया गया है कि जरूरत से ज्यादा भीड़ इकट्ठा करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने व मास्क ना पहनने पर उम्मेद पहलवान, ताजुद्दीन, फिरोज, आलम, जावेद व 90- 100 अज्ञात के खिलाफ अनूपशहर कोतवाली में धारा 188/269/270 व 3 महामारी अधिनियम के अंतर्गत मुक़दमा दर्ज किया गया है। जिससे सभी पर गिरफ्तारी का भी खतरा मंडरा रहा है।
दो आरोपियों को मिली अंतरिम बेल :
वीडियो कांड से पूर्व मारपीट के मामले में, गाजियाबाद पुलिस द्वारा बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश किए गए बुजुर्ग अब्दुल समद से मारपीट के दो आरोपी सद्दाम और इंतजार को कोर्ट ने अंतरिम बेल दे दी है। दोनों के ऊपर तीस हजार के जमानती पर जमानत दे दी गई है। दोनों आरोपियों को उत्तर रेलवे मजिस्ट्रेट विकास सिंह की कोर्ट में पेश किए गए थे।
दिल्ली में भी की गई कार्रवाई की मांग :
गाजियाबाद और बुलंदशहर के इसी प्रकरण के संबंध में दिल्ली तिलक मार्ग थाने में कार्रवाई करने की एक शिकायत दी गई है। डीसीपी दीपक यादव का कहना, दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, वायर की एंकर अरफ़ा खानम शेरवानी, आसिफ खान के साथ ट्विटर इंडिया के हेड मनीष महेश्वरी व अधिवक्ता अमित आचार्य के खिलाफ कई लोगों ने शिकायत की है। यह शिकायत गाजियाबाद इलाके में बुज़ुर्ग के साथ मारपीट को लेकर भड़काऊ ट्वीट करने के आरोप में दी गई है। अभी इस मामले में एफआईआर नहीं हुई है।
उधर, डीसीपी नई दिल्ली जिला दीपक यादव ने स्वीकार किया है कि हमें स्वरा भास्कर, मनीष माहेश्वरी, एमडी ट्विटर और अन्य के खिलाफ तिलक मार्ग थाने में शिकायत मिली है। इसकी जांच की जा रही है।
3 दिन में 30 से ज्यादा दबिश, दर्जनों से पूछताछ :
गाजियाबाद पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों ने बताया है कि इस पूरे प्रकरण को लेकर बीते 3 दिनों में गाजियाबाद पुलिस ने 30 से ज्यादा स्थानों पर दबिश दी है। जिसके बाद पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है। इसके साथ ही पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर लाइव हो रहे और टीवी चैनलों की डिबेट में शामिल हो रहे हैं सपा नेता उम्मेद पहलवान की गिरफ्तारी में लगी हुई है। दावा है शीघ्र ही वह भी गिरफ्तार किया जा सकता है। इस पूरी जांच में गाजियाबाद की लोनी बॉर्डर पुलिस के साथ ही सोशल मीडिया टीम, साइबर क्राइम सेल, क्राइम ब्रांच और एसपी देहात की देखरेख में कई अन्य पुलिस अधिकारी पूरे मामले की जांच में परत दर परत लिखा पढ़त और कानूनी कार्रवाई के लिए पेपर वर्क करने में जुटे हुए हैं।
यह पूरा मामला अब गाजियाबाद पुलिस के लिए भी कहीं ना कहीं एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। जिस पर कार्रवाई का दबाव गाजियाबाद पुलिस पर भी है। वहीं इस पूरे मामले में सांप्रदायिक हिंसा का जिन लोगों पर मुकदमा हुआ है, वह भी अपने आप में अहम हैं। इसीलिए पुलिस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है और किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचना चाहती है।