गाजियाबाद। साहिबाबाद व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रवीण भाटी का कहना है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्रीपल टी मॉडल से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार काफी थम गई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। कोरोना की द्वितीय लहर में योगी सरकार ने पूर्ण तालाबंदी करने के बजाय आंशिक कर्फ्यू लगाकर जीवन और आजीविका बचाने के बीच सराहनीय संतुलन बनाने की कोशिश की है जो अपनेआप में दूसरे राज्यों के लिए भी मिसाल साबित हुई। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में उनके प्रदर्शन से पता चलता है कि वह इस स्थिति को एक प्रभावी और सख्त प्रशासक के रूप में संभाल रहे है, जो इस लॉक डाउन में पीड़ित गरीबों और हादसे की शिकार हुई जनता के लिए संवेदनशील है; और उत्तरप्रदेश के नागरिकों को महामारी से लड़ने में यथासंभव प्रयास पूरी जीजान से कर रहे है। इन्ही प्रयासों के अंतर्गत योगी सरकार द्वारा कोरोना काल में लागू की गई ये पांच योजनाएं हैं जो गरीबों के लिये संजीवनी साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि यूपी की योगी सरकार कोरोना काल में गरीबों के लिये कई योजनाएं चला रही है। इनमें मुफ्त राशन से लेकर, बीमा और खाते में पैसा तक दे रही है। गरीबों को भूखमरी से बचाने के लिये आर्थिक मदद कर रही है। सरकार की पांच ऐसी योजनाएं हैं जो गरीबों के लिये लाॅक डाउन में बेहद मददगार हैं।कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा मार गरीबों पर पड़ी है। एक तरफ संक्रमण का खतरा और दूसरी आेर काम बंद होने से जीविका चलाने का संकट। योगी सरकार ने इसको ध्यान में रखते हुए कई योजनाएं लाईं ताकि गरीबों और पलायन कर लौटे प्रवासी मजदूरों के जीवन यापन से लेकर इलाज तक की सहूलियत दी है। उन्हें मुफ्त राशन से लेकर, मुफ्त इलाज, जीवन बीमा, भरण पोषण के लिये आर्थिक सहायता और मौत हो जाने पर अंत्येष्टि के लिये भी मदद कर रही है। इन योजनाओं से कोरोना काल में गरीबों की काफी मदद हो रही है। हम बात करेंगे ऐसी पांच योजनाओं की जो कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में गरीबों और पलायन कर लौटे श्रमिकों के लिये मददगार साबित हुई हैं। गरीबों को मुफ्त राशन,अंतिम संस्कार देने के लिए 5000 रुपये,श्रमिकों को एक हजार रुपये भत्ता जरिये सीधे उनके खाते में दिये जा रहे है,गरीबों के लिये मुफ्त बीमा, अंत्येष्ठि के लिये आर्थिक मदद आदि।