हरिद्वार. उत्तराखंड (Uttarakhand) के हरिद्वार में कुंभ मेले (Haridwar Kumbh Mela 2021) के दौरान कोविड टेस्ट में हुई गड़बड़ी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग ने जिस मेक्स कॉरपोरेट नाम की कंपनी को कोविड टेस्ट (Corona Test) का ठेका दिया वह कंपनी सिर्फ कागजों में ही चल रही है. प्रवक्ता सुबोध उनियाल के मुताबिक उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार जिला प्रशासन को महाकुंभ के दौरान COVID परीक्षण घोटाले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में 5 जगहों पर टेस्टिंग करने वाली दिल्ली और हरियाणा की लैब के खिलाफ अब केस दर्ज किया जाएगा.
फर्जी कंपनी को ठेका दिए जाने के बाद मेला प्रशासन की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है. न्यूज़ 18 की पड़ताल में सामने आया है कि कंपनी के बताए गए ठिकानों पर ऐसी कोई कंपनी मौजूद नहीं है. मामले में शासन के निर्देश पर डीएम ने जांच कमेटी बना दी है. वहीं मेला स्वास्थ्य अधिकारी ने भी अपनी ओर से जांच कमेटी बना दी है. मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर का कहना है कि मेला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अन्य सभी निजी लैबों के साथ सीधे एमओयू किया गया था. लेकिन दिल्ली की लाल चंदानी लैब और हिसार की नालवा लैब के साथ थर्ड पार्टी एमओयू हुआ था.
जिलाधिकारी ने माना कई स्तरों पर हुई गड़बड़ी
हरिद्वार के जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि जांच में निजी लैब के द्वारा कई स्तरों पर अनियमितता सामने आ रही है. इसमें दूसरे राज्यों का डेटाबेस इस्तेमाल करना, एक आईडी पर कई बार टेस्ट दर्शाना, और एक लैब के द्वारा इतनी भारी संख्या में कोविड टेस्ट किए जाना सवाल खड़े करता है. जांच कमेटी अपना काम कर रही है. 10 दिनों के भीतर कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी. गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी