इस्लामाबाद. इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था में खासी लापरवाही बरती जा रही है। भारत ने उच्चायोग की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पाकिस्तान के ढुलमुल रवैये पर अपना विरोध दर्ज कराया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान से हाल ही में भारतीय उच्चायोग के बाहर एक कथित सुरक्षा उल्लंघन की जांच करने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक, मई के अंतिम हफ्ते में इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर हाई सिक्योरिटी जोन यानी राजनयिक एन्क्लेव में कुछ अजीब गतिविधियों को देखा गया। भारतीय उच्चायोग के बाहर लोगों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र में एक गाड़ी आकर रुकी। इसमें से लोगों को पीपीई किट समेत कोविड-19 राहत सामग्री के बॉक्स उतारते देखा गया। इनमें से एक ने बॉक्स के साथ खड़े होकर तस्वीरें भी क्लिक कीं। इन तस्वीरों के बैकग्राउंड में भारतीय उच्चायोग था। बता दें कि जहां तस्वीरें क्लिक कीं गईं वहां फोटोग्राफी प्रतिबंधित है।
जानकारी मिली कि उन लोगों के साथ कुछ पुलिसकर्मी भी थे, जिससे यह संदेह पैदा हो गया कि स्थानीय अधिकारियों ने इस अभ्यास में मदद की होगी। भारतीय अधिकारियों ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान से आधिकारिक तौर पर जांच के लिए कहा है। हालांकि, उस घटना के पीछे का मकसद अब तक पता नहीं चल सका है। बता दें कि उच्चायोग में एक आम पाकिस्तानी नागरिक को भी प्रवेश करने के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होती है।
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच पाकिस्तान ने मदद की पेशकश की थी। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि हम कोविड-19 की मौजूदा लहर के मद्देनजर भारत के लोगों के साथ एकजुटता के भाव से कोरोना के खिलाफ जंग में इस्तेमाल होने वाली कुछ खास सामग्रियों को भेजने के लिए तैयार हैं।
बयान में यह भी कहा गया कि दोनों देश वैश्विक महामारी के कारण उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए आगे त्वरित आपूर्ति के लिए सहयोग के संभावित तरीकों की संभावनाएं तलाश सकते हैं। इससे कुछ दिनों पहले इमरान खान ने भी ट्वीट कर भारत में कोरोना को लेकर एकजुटता दिखाई थी। हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के मदद के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया।