ईरानी गैंग का सरगना, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया

Share

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ईरानी गैंग के सरगना कासिम जाफरी उर्फ जूजू को गिरफ्तार करने का दावा किया है. क्राइम ब्रांच के अफसरों ने बताया कि अभियुक्त करीब 915 ग्राम सोना लूटकर फरार हो गया था जिसके 3 साथी अभी भी फरार बताए जा रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि कासिम की गिरफ्तारी के बाद भी दिल्ली पुलिस लाखों रुपए का लगभग एक किलो सोना फिलहाल बरामद नहीं कर सकी है.

क्राइम ब्रांच के अफसरों का कहना है कि ईरानी गैंग के इन लुटेरों ने क्राइम ब्रांच का अफसर बन कर सोने की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. क्राइम ब्रांच की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि क्राइम ब्रांच के लिए इस लुटेरे गैंग को पकड़ना एक बड़ी चुनौती थी जिसके लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट के तेजतर्रार इंस्पेक्टर पंकज शर्मा और एसीपी राजेश कुमार की टीम को लगाया गया था. पुलिस की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद कासिम जाफरी को भोपाल से गिरफ्तार किया है. कासिम महाराष्ट्र का रहने वाला है. क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि वह पहले भी इसी तरह कई लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका है.

10 जून को हुई थी लूट
दरअसल, क्राइम ब्रांच की टीम 10 जून को बाड़ा हिंदू राव में हुई करीब 1 किलो सोने की लूट के मामले को जांच में जुटी थी. ये लूट बड़ी नाटकीय अंदाज़ में हुई थी. बदमाशों ने क्राइम ब्रांच के अफसर बनकर डिलीवरी एजेंट से 50 लाख का सोना लूट लिया था. लूटा गया सोना करोल बाग के रैगारपुरा में सोने का कारोबार करने वाले उत्पल मंडल का था. इस वारदात के वक्त डिलीवरी एजेंट शुभेंदु सोना लेकर चांदनी चौक की तरफ जा रहा था.

दिन के करीब 2.45 बजे जैसे ही शुभेंदु का ऑटो पार्श्वनाथ मॉल के गेट पर पहुंचा. तभी दो बाइक पर सवार 4 लोगों ने उसका ऑटो रोक लिया और खुद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए उससे पूछताछ शुरू कर दी. पहले उन चारों ने ऑटो ड्राइवर की जांच की फिर शुभेंदु के उस बैग की जांच की गई, जिसमें सोना रखा था. सोना देखकर खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताने वाले चारों लोगों ने सोने से जुड़े कागजात दिखाने के लिए कहा और शुभेंदु की पिटाई भी की थी. इससे पहले कि शुभेंदु कुछ समझ पाता चारों बाइक सवार सोने से भरा उसका बैग लेकर वहां से फरार हो गए.

यह मामला बेहद संगीन था लिहाजा इसकी जांच क्राइम ब्रांच की टीम कर रही थी. क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसी मोडस ऑपरेंडी पर काम करने वाले बदमाशों और उनके गैंग के अलावा उनके डोजियर की जानकारियां इकट्ठा करनी शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस को पुख्ता यकीन हो गया कि इस वारदात को ईरानी गैंग ने अंजाम दिया है.

पुलिस को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए इस बात की जानकारी भी मिली कासिम जाफरी ओल्ड भोपाल के बुधवारा इलाके में कहीं छुपा हुआ है. इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने ओल्ड भोपाल से कासिम को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कासिम ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसने ही 50 लाख की सोने की लूट की वारदात को अंजाम दिया था. उसने यह भी खुलासा किया कि उसके साथ ही हबीब शहजोर और सरताज हैं जो फिलहाल फरार हैं. गिरफ्तार किया गया कासिम पहले भी करीब 25 मामलों में शामिल रहा है.

ऐसे लोगों को बनाते हैं निशाना
दरअसल ईरानी गैंग ऐसे शिकार ढूंढता है जो भारी मात्रा में सोने का लेनदेन करते हो या फिर हवाले का पैसे एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते हो यह गैंग पुलिसकर्मी या फिर क्राइम ब्रांच के अफसर बन कर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देता है. इस पूरे खुलासे में फिलहाल दिल्ली पुलिस लूट के सोने की बरामदगी नहीं कर सकी है. पुलिस अफसरों का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को गिरफ्तार कर लाखों रुपए का सोना बरामद कर लिया जाएगा.