अवध प्रान्त विश्व हिंदू परिषद के प्रान्त धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख बजरंगी विमल मिश्रा ने श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट पर लगे आरोपों पर कहा कि दैवीय कार्य में लगे तपस्वियों को आसुरी शक्तियों द्वारा सदैव परेशान किया जाता है।इन राजनैतिक दलो के द्वारा सदैव राममंदिर मे बाधा डालने का कृत्य किया गयाहै।रामभक्तों पर गोलियां चलाने वाले तथा राम को काल्पनिक कहने वाले ट्रस्ट के सदस्यों पर दुर्भावनापूर्ण झूठे आरोप लगा रहे है।जिससे राम भक्तों को असीम कष्ट है।भारत के निवासी इनके दुष्कृत्यो को कभी माफ नहीं करेंगे।ऐसे राजनैतिक दलों को जनता सबक सिखायेगी।
हमने दो राजनीतिक दलों के गैर-जिम्मेवार नेताओं के बयान देखें है जिसमे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और उसके महामंत्री श्री चम्पत राय के विरुद्ध गैर-जिम्मेवार और झूठे आरोप लगाये हैं। संजय सिंह का ऐसा रिकॉर्ड ही रहा है. वह आरोप लगाते है, उन पर मुकदमा होता है और वह क्षमा मांगते है।
प्रस्तुत प्रकरण में सारा देन-लेन बैंकों के माध्यम से हुआ है. नकदी के व्यवहार का कोई आरोप नही है।
ट्रस्ट ने इसके वर्तमान बाज़ार भाव का पता लगाया. श्री रामजन्मभूमि मंदिर बनने से और उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नए अयोध्या की चर्चा से अयोध्या में जमीन के भाव बहुत बढ़ गये है. ट्रस्ट ने यह पाया कि प्रस्तुत जमीन का भाव अब 20 करोड़ के आसपास हो गया है. इसलिए ट्रस्ट को 18.50 करोड़ में यह सौदा करना उचित लगा।
राजनीतिक व्यक्तियों ने अपनी पत्रकार परिषदों में तथ्यों को जान बुझकर बिगाड़ा है. यही लोग रामजन्मभूमि पर मंदिर बनाने के आंदोलन का विरोध करते रहे है. अब इस तरह के झूठ से वह तीर्थ क्षेत्र और श्री चम्पत राय के खिलाफ संदेह का वातावरण बनाने का प्रयत्न कर रहे है।
इस तरह का आरोप लगाने वाले राजनैतिक नेताओं ने स्वयं राममंदिर के लिए कितना समर्पण किया,इसका भी हिसाब रामभक्तों को दें।ऐसे लोगो पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा सरकार को करना चाहिए।