दिल्ली। दुनिया के चाहे किसी भी कोने में आपदा आ जाए सिख समुदाय के लोग सबसे पहले वहां पहुंच कर लोगों की मदद करते हैं. देशभर में इन दिनों कोरोना की दूसरी लहर से हर अफरातफरी का माहौल है. पिछले दिनों लोग हॉस्पिटल में बेड और ऑक्सिजन की किल्लत से जूझ रहे थे. अलग-अलग राज्यों से दवाओं की कालाबाजारी की खबरें आ रही थी. ऐसे में सिख समुदाय के लोगों ने कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर का ही लंगर ही लगा दिया. लगातार मुफ्त में दवा और खाने के इंतज़ाम किए जा रहे हैं। इस बीच देश का एक गुरुद्वारा ऐसा भी है जिसने 50 साल से जमा गुरुद्वारे का सोना अस्पताल बनाने के लिए दान देने का फ़ैसला लिया है।
हम बात कर रहे है, महाराष्ट्र के नांदेड़ में गुरुद्वारा तख्त श्री हजूर साहिब की जिसने ये बड़ा ऐलान किया है।गुरुद्वारे की तरफ से कहा गया है कि वो अपने यहां पिछले 50 साल से जमा हो हुए सारे सोने को दान कर देंगे. इन पैसों से महाराष्ट्र में हॉस्पिटल बनाए जाएंगे। तख्त के जत्थेदार संत बाबा कुलवंत सिंह ने कहा कि लोगों को नांदेड़ से इलाज कराने के लिए हैदराबाद और मुंबई जैसे बड़े शहर जाना पड़ता है. उनके मुताबिक अगर हॉस्पिटल का निर्माण नांदेड़ में किया गया तो फिर लोगों को दूसरे बड़े शहर नहीं जाना पड़ेगा. यहां के आप-पास के गांव के लोग नांदेड़ में इलाज करा सकेंगे.
गौरतलब है कि कुलवंत सिंह ने आगे कहा, ‘ जो सोना हमने पिछले 50 साल से जमा करके रखा है उसे हमें और जमा करके नहीं रखना है।हमें इसे सेवा में लगाना होगा।इसे हॉस्पिटल और स्कूल बनाने में खर्च करना होगा. हमने इससे पहले इन सोने का इस्तेमाल गुरुद्वारा बनाने में किया है. कोई मेडिकल कॉलेज बने इससे लोगों का फायदा होगा. खालसा लोगों के मुश्किलों में ही मदद करती है। ग़ौरतलब है कि देश के कई गुरुद्वारे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए फ़्रंट लाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं साथ ही लोगों तक हर संभव मदद पहुँचाकर लोगों को जागरूक करने का काम भी कर रहे हैं।जिसकी सराहना पूरे देश के लोगों के साथ साथ राजनेता भी कर करने लगे है।