
18 साल से 45 वर्ष की उम्र में लोगों के टीकाकरण के लिए 100 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष से जारी कर दिए गए हैं। प्लाज्मा डोनेशन के लिए बनाए गए पोर्टल से अच्छा रिस्पांस मिलने लगा है। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से रोजाना करीब दो हजार से ज्यादा लोगों को घर बैठे मुफ्त उपचार मिल रहा है।सरकार ने प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों को रेमडेसिविर इंजेक्शन का इस्तेमाल तय एसओपी के अनुसार ही करने को कहा है। सचिव के मुताबिक राज्य के पास इंजेक्शन पर्याप्त संख्या में हैं।
सचिव ने कहा कि बड़े अस्पताल अपनी ऑक्सीजन संबंधित मांग की सूचना 24 घंटे पहले प्रशासन को दे दें ताकि समय से ऑक्सीजन की आपूर्ति कर दी जाए। इसके साथ ही अस्पतालों में प्रयोग की जा रही ऑक्सीजन के ऑडिट के लिए जिला अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 375 नए डॉक्टरों की भी नियुक्ति हो चुकी है, इसके अलावा 185 एमएनएचपी की तैनाती की जा रही है।
सचिव डॉ.पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि कोविड उपचार की विशेष दवाई टोसिलिमुजैब की केंद्र से 125 डोज की अनुमति मिली थी, जिसमें से अभी तक 25 डोज प्रदेश को मिल चुकी हैं।