
गाजियाबाद। ब्लैक फंगस के मरीजों में अब व्हाइट फंगस के मामलों की पुष्टि हुई है। छह मरीजों की पुष्टि शनिवार को हुई और दो की रिपोर्ट पहले आ चुकी है।
एक ही अस्पताल में मरीजों का इलाज चल रहा है। इन सभी मरीजों में पहले ब्लैक फंगस पाया गया था, इलाज शुरू होने के बाद व्हाइट फंगस की जांच के लिए टिशु लैब में भेजे गए थे।
शनिवार को छह मरीजों की जांच रिपोर्ट आई है। एक मरीज का इलाज घर से चल रहा है। मरीजों का इलाज करने वाले डॉ. बीपी त्यागी ने बताया कि इस बीमारी को एसपरजिलोसिस (कैंडिडा) भी कहते हैं। यह खून के जरिए शरीर के लगभग हर अंग के प्रभावित करता है।
यह नाखुन, स्किन, पेट, किडनी, ब्रेन, मुंह के साथ फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं प्राइवेट पार्ट को भी यह संक्रमित कर सकता है। इस बीमारी से संक्रमित शख्स का कोरोना वायरस से संक्रमित होना जरूरी नहीं है, लेकिन अस्पताल में भर्ती सभी मरीज पोस्ट कोविड के बाद संक्रमित हुए हैं। सभी डायबिटिक हैं।