चंडीगढ़। अनिल विज ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना से जुड़ा इतिहास लिखने के लिए एक टीम बनाई गई है, जिसमें ये जिक्र किया जाएगा कि कोरोना के समय प्रदेश के हालात कैसे थे, इससे निपटने के लिए सरकार ने क्या-क्या उपाय किये। मंत्री अनिल विज ने खासतौर पर आज के समय का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि शुरूआत में जब कोरोना की पहली लहर आई थी तब हमें इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। यहां तक मास्क कैसे लगेगा और कहां मिलेगा । पीपीई किट कहां बनेगी। क्या-क्या सावधानियां है और दवाइयां क्या हैं। इनके बारे में कुछ भी मालूम नहीं थी लेकिन फिर हालात से लड़ते हुए हमें इससे बचाव के बारे में अंदाजा हुआ और अब यही तजुर्बा आने वाली पीढ़ियों के लिए रखना चाहते हैं।