गोरखपुर। गोरखपुर में लगातार तीन हत्या करने की धमकी देकर सनसनी फैलाने वाले बर्खास्त सिपाही की तलाश में गोरखपुर के अलावा कुशीनगर व बस्ती में छापेमारी कर रही है। पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। बस्ती जिले में तैनात इंस्पेक्टर व थाने के ड्राइवर की सुरक्षा बढ़ा दी है। दोनों का परिवार गोरखपुर में रहता है।
कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र का रहने वाला सिपाही बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने पर तैनात था। अर्मायादित व्यवहार करने पर थानेदार राजकुमार पांडेय ने एसपी को रिपोर्ट भेजी थी। जिसके आधार पर दिग्विजय राय निलंबित कर दिया गया। कार्रवाई के बाद दिग्विजय ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो शेयर कर कप्तान, थानेदार समेत सात पुलिकर्मियों को गोली मारने की धमकी देने लगा। वीडियो वायरल होने पर एसपी ने बर्खास्त कर दिया। थानेदार ने मुकदमा दर्ज कर दिग्विजय राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अपने ऊपर कार्रवाई के लिए पुलिस कर्मियों को मान रहा है दोषी: पुलिस सूत्रों की माने तो दिग्विजय अपने ऊपर हुई कार्रवाई का जिम्मेदार थानेदार राजकुमार पांडेय समेत सात पुलिसकर्मियों को मान रहा है। जिसमें राजकुमार पांडेय व थाने के ड्राइवर राजकुमार सिंह का परिवार गोरखपुर में रहता है। 14 फरवरी को दोनों लोगों के गोरखपुर में होने की सूचना थी। दिग्विजय भी शनिवार की रात में नौ बजे तक गोरखपुर में मौजूद रहा। तलाश शुरू होने पर फरार हो गया। एहतियात के तौर पर पुलिस अधिकारियों ने गोरखपुर में रहने वाले इंस्पेक्टर व ड्राइवर के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है।
मददगारों पर भी होगी कार्रवाई: बर्खास्त सिपाही की मदद करने वाले लोगों की भी सूची बनाई जा रही है। कौन उसको शरण देता है इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। गोरखपुर में रहने वाले एक इंस्पेक्टर का भी मददगार के रूप में सामने आया है। आने वाले समय में इन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।