वाशिंगटन। अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने चीन के प्रति पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सख्त रवैये की सराहना की और उनके रुख को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि चीन से मुकाबले के लिए बाइडन प्रशासन का रुख भी कुछ ट्रंप सरकार जैसा ही होगा। ब्लिंकटन ने सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हालांकि ट्रंप का तरीका गलत था, लेकिन मंशा सही थी।
उन्होंने कहा, ‘मुझे ट्रंप के बारे में निष्पक्षता से लगता है कि उनका चीन को लेकर सख्त रवैया सही था। लेकिन हम भी पूरी मजबूती के साथ बीजिंग का सामना करेंगे।’ ब्लिंकन ने गत शुक्रवार को अपने चीनी समकक्ष यांग जेइची से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले कामों के लिए चीन की जवाबदेही तय की जाएगी। यह सख्त संदेश देने के साथ ही ब्लिंकन ने शिनजियांग, तिब्बत व हांगकांग में मानवाधिकार उल्लंघनों के मुद्दों को भी उठाया था। अमेरिकी और चीनी विदेश मंत्रियों के बीच फोन पर यह वार्ता हुई थी। गत 20 जनवरी को जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों में यह पहली शीर्ष स्तरीय वार्ता है।
पूर्व राष्ट्रपति का यह था रवैया
ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका और चीन के संबंध बेहद तनावपूर्ण रहे। इस प्रशासन ने कोरोना महामारी, मानवाधिकार उल्लंघनों और दक्षिण चीन सागर को लेकर बीजिंग के खिलाफ सख्त रवैया अपना रखा था। हांगकांग में नए सुरक्षा कानून और उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार और जासूसी को लेकर ट्रंप प्रशासन ने चीन की कई कंपनियों और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे। ट्रंप ने कोरोना की उत्पत्ति के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया था और कोरोना को चीनी वायरस करार दिया था।