रंग लाई मेयर और नगर आयुक्त की मेहनत, शौचालय चुने गए सर्वोत्तम श्रेणी में

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गाजियाबाद। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत शहर को साफ और स्वच्छ बनाने को नगर निगम की मेहनत का असर दिखाई देने लगा है। इसी का परिणाम है कि सर्वेक्षण में शहर को पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर परिणाम मिलने लगे है। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की जांच में शहर में कहीं भी खुले में गंदगी और खुले में शौच नहीं पाया गया। साथ ही क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की जांच में 39 शौचालयों में 33 को बेस्ट ऑफ कैटेगरी, पांच को गुड और एक शौचालय को एक्सीलेंट की कैटेगरी में दर्शाया गया है।

इसके कारण गाजियाबाद को ओपन डेफिकेशन फ्री डबल प्लस सर्टिफिकेट मिला है। जबकि पिछले वर्ष 2020 में केवल 13 शौचालयों को ही अंक प्राप्त हुए थे। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से शहर में शौचालयों, पब्लिक एरिया, कामर्शियल एरिया, रोड एंड स्ट्रीट व अन्य की जांच की गई। जिसमें शहर के उन शौचालयों, जिनका जीर्णोद्धार कर सभी सुविधाओं से युक्त किया गया, उन्हें सबसे अधिक अंक प्राप्त हुए हैं। महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर के नेतृत्व में नगर निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत लगातार शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए तमाम कार्य किए जा रहे हैं।

इन्हीं काम के नतीजों में शहर के सभी शौचालयों को बेस्ट कैटेगरी में चिन्हित किया गया है। इस उपलब्धि पर महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने निगम के सभी विभाग अध्यक्षों, अधिकारियों और समस्त टीम के साथ-साथ पार्षदों व जनता को बधाई दी है।