गाजियाबाद। आखिर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जीडीए उपाध्यक्ष कार्यालय में तैनात कनिष्ठ सहायक की ठगी के मामले में थाना सिहानी गेट पुलिस ने गिरफ़्तारी कर ली। माना जा रहा है कि गिरफतार किए गए कनिष्ठ लिपिक से पुलिस गहरायी से पडताल करती है तो जीडीए के कई दूसरे सहयोगी बाबू भी कार्रवाई के घेरे में आ सकते है। कनिष्ठ लिपिक की गिरफतारी के बाद ठगी के खेल में सहयोगी रहे जीडीए के कर्मचारी खुद को बचाने में जुटे हुए है। बताते है कि एक महिला को तो बाकायदा जीडीए कोष में पैसा जमा कराने से संबंधित फर्जी रसीदे थमा दी गई थीं। रसीदें भी ऐसी कि जिनका जीडीए में दूर तक भी रिकार्ड नहीं था। इसके अलावा भी धोखा धडी के कई अन्य मामले भी सामने आ सकते है।
थाना पुलिस की मानें तो जीडीए उपाध्यक्ष कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक शोभित शर्मा की गिरफतारी प्राधिकरण की अतिमहत्वपूर्ण मधुबन बापू धाम योजना में मकान दिलाने के नाम पर साढे 22लाख रूपए की धोखाधडी के मामले में हुई है। पुलिस को सूचना मिली थीं कि शोभित जीडीए में आया हुआ है। बताते है कि इससे पहले भी शोभित के द्वारा धोखाधडी के मामले उजागर हुए थे। यहां बता दे कि पफर्जीवाडे का जीडीए में खेल लंबे समय से चल रहा है। इससे पहले भी जीडीए के द्वारा पुलिस में फर्जीवाडे के मुकदमें दर्ज कराए गए है। कई प्रकरणों की विभागीय स्तर पर जांच मौजूदा में भी चल रही है।